जहां पिछले साल नियमित विद्यार्थी ६४.४८ प्रतिशत पास हुए थे और प्राइवेट १९.२६ प्रतिशत। इस बार परीक्षा परिणाम में खासा सुधार हुआ। जहां ७२.३८ प्रतिशत नियमित और २७.५६ प्रतिशत प्राइवेट परीक्षा परिणाम आया है। यही नहीं हाईस्कूल का परीक्षा परिणाम तो और भी बेहतर रहा। जहां पिछले साल नियमित विद्यार्थी ४७.६३ प्रतिशत पास हुए थे। इस साल ७७.२१ प्रतिशत पास हुए। जबकि प्राइवेट विद्यार्थियों के पास का प्रतिशत ५.१२ था। जो इस बार २३.४९ पर पहुंच गया।
जिला मुख्यालय का कहीं नाम नहीं–
एक तरफ जिले के बच्चों ने इस साल प्रदेश की टॉप सूची में स्थान बनाया है। वहीं जिले का परीक्षा परिणाम भी बेहतर रहा। लेकिन इन दोनों ही सूची में सारंगपुर, ब्यावरा और जीरापुर जैसे ब्लाक छाए रहे। कुछ हद तक नरसिंहगढ़ के कुरावर का परचम भी लहराया। लेकिन राजगढ़ जहां शिक्षा विभाग से लेकर सभी प्रशासनिक अधिकारी रहते है और सुविधाओं के नाम पर बेहतर से बेहतर देने का प्रयास किया जाता है। लेकिन यह सब उस समय दिखावा लगा जब न ही सरकारी स्कूल के बच्चों का जिले या प्रदेश में नाम नजर आया और न ही राजगढ़ की टॉप सूची में।
जिले में टॉप करने वाले बच्चों को पत्रिका की टीम की तरफ से बधाई दी गई और उन्हें आगे भविष्य के लिए शुभकानाएं दी गई। जिससे वे आगे भी ऐसे ही सफलता प्राप्त कर सकें। जिंदगी के नए मुकामों को हासिल कर सकें।