इसके पूर्व वर्ष २०१० में ऐसा हुआ था। जब मई के माह में सात दिन तक तापमान ४५ डिग्री से अधिक गया था। इस वर्ष अधिकतम तापमान सिर्फ एक दिन के लिए ४७ डिग्री गया था। इस लिहाज से वर्ष २०१० में किसी एक दिन का अधिकतमत तापमान तो बीते दस वर्ष में सबसे अधिक है। पूरे माह की बात की जाए तो इस साल माह में २७ दिन ही ४० डिग्री से अधिक तापमान रहा जबकि इस साल वर्ष २०१८ में पूरे महीने में किसी भी दिन तापमान ४० डिग्री से नीचे गया और पूरे माह में नो दिन पारा ४५ डिग्री के पार पहुंचा।
जिले में हर साल इसलिए बड़ रही गर्मी
आंकाड़ो की लिहाज से देखा जाए तो इस साल औसत तापमान ४२ डिग्री से अधिक है। जो पिछले कई सालों में नहीं हुआ। हर साल बड़ती जा रही इस गर्मी का मुख्य कारण जिले की बिगड़ती पर्यावरण व्यवस्था है। दरअसल पथरीली पृष्ट भूमि होने के कारण जिले में हरियाली पहले ही काफी कम है। इसके बावजूद पिछले कुछ सालों में निर्माण के नाम पर बड़ी मात्रा में जंगलो की कटाई की गई है। इतना ही नहीं भूजल और संग्रहित जल के तेजी से दोहन के कारण जिले का बड़ा भूभाग सूखा है। यही कारण है कि राजस्थान की ओर से आने वाली गर्म हवाएं और सूरज की तीखी किरणों पर रोक नहीं लग पा रही और जिला लगातार तपता जा रहा है।