दो प्रमुख हाइवे के संगम स्थल ब्यावरा में आस-पास कहीं भी न जंगली क्षेत्र नहीं है जहां से जानवरों के आने की संभावना हो, ऐसे में अचानक से आए तेंदुए से यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि आखिर वह आया कहां से? विभाग का मानना है कि वह मलावर से लगे रामगढ़ क्षेत्र से आया, लेकिन उक्त क्षेत्र में ऐसे जानवर का होना संभव नहीं है। सूत्रों की मानें तो बीते दिनों हुई बारिश में रायसेन या सीहोर से पार्वती नदी में उक्त तेंदुआ आया था। नदी उतरने के बाद वह भटक गया और वहीं से गांवों की ओर रुख करता हुआ शहर आया होगा। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है।
संभवत: वह रामगढ़ (मलावर) के जंगल से आया होगा, वहां हमारा वन पाइंट भी है। तेंदुए को पकड़े में हमने पुरजोर कोशिश अपने स्तर पर की। इस तरह की इमरजेंसी में सभी जगह स्पेशल फोर्स और औजार उपलब्ध नहीं करवाए जाते न ही इंजेक्शन मिलते। ऐसे में हमें भोपाल से ही बुलाना पड़ता है।
-आरएन वर्मा, डीएफओ, राजगढ़