बकायदा ग्रामीणों ने बहिष्कार के पर्चे और बैनर पोस्टर लगाकर प्रशासन की नीतियों का विरोध जताया है। गनियारी गांव के ग्रामीण चैनसिंह गुर्जर, सर्जनसिंह गुर्जर, बद्रीलाल वर्मा, मोरसिंह, लक्ष्मीनारायण, देवकरण राठौर आदि ने बताया कि पूरे प्रदेशभर में वर्ष 2017 का फ सल बीमा वितरित हो चुका है। लेकिन उनके गांव को बीमा नहीं मिला है।
ग्रामीणजन मुख्यमंत्री से लेकर तमाम प्रशासनिक अधिकारियों को मामले की शिकायत दर्ज करा चुके है। लेकिन उनकी कही कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अटल ज्योति योजना का नहीं मिल रहा लाभ
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में लंबे समय से बिजली की समस्या बनी हुई है। गांव में लगी ज्यादातर डीपी जल जाने के कारण अटल ज्योति योजना का लाभ नहीं मिल रहा है।
MUST READ : किसी भी नेता को यहां घुसने नहीं देंगे यदि हमें खेती के लिए बिजली नहीं मिली तो पंप कनेक्शन के माध्यम से 10 घंटे बिजली मिल रही है। लेकिन अटल ज्योति योजना के तहत बिजली नही मिलने से गांव में रात के समय अंधेरा पसरा रहता है।
ग्रामीणों ने बताया कि वे कई बार बिजली विभाग अधिकारियों से मिल चुके है। लेकिन समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है। इसके अलावा गांव में पेयजल, साफ -सफाई जैसी दूसरी समस्याएं भी बनी हुई है।
हाई स्कूल में नहीं है शिक्षक, प्रभावित होती पढ़ाई
गांव के हाई स्कूल में शिक्षकों की कमी बनी हुई है। शिक्षा सत्र प्रारंभ होने के बाद से ही स्कूल में गणित, विज्ञान के शिक्षक मौजूद नहीं है। जिस कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। स्कूली बच्चों ने बताया कि स्कूल में शिक्षकों की कमी के चलते उनका कोर्स पूरा नहीं हो पाया है। मौजूदा शिक्षक ही विषय की पढ़ाई कराते है।
फैक्ट फाइल –
ग्राम – गनियारी
आबादी – करीब चाढे चार हजार
वोटर – करीब 1700
बकाया बीमा राशि – एक करोड़ से अधिक
आसपास के सभी गांवों में फसल बीमा मिल गया है। केवल हमारे गांव के किसानों तक फसल बीमा नहीं पहुंचा है। हमने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री सहित प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष दर्ज कराई है। यदि समस्या का निराकरण नहीं होता है तो हम विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
– चैनसिंह गुर्जर, किसान गनियारी फसल बीमा नहीं मिलने संबंधी ग्रामीणों की शिकायते मिली थी। हमने मामले को दिखवाया है। संबंधित गांव में वर्ष 2017 में फसलों को क्षति नही हुई है। इस वजह से बीमा नही मिल पाया है। इस संबंध में हम ग्रामीणों से भी बात कर रहे है।
– सिद्धार्थ जैन, एसडीएम नरसिंहगढ़