scriptप्राकृतिक तत्वों से बना रहे दुर्गा प्रतिमाएं ताकि विसर्जन के बाद न हो प्रदूषण | Make sculptures from natural elements,So that there is no pollution | Patrika News

प्राकृतिक तत्वों से बना रहे दुर्गा प्रतिमाएं ताकि विसर्जन के बाद न हो प्रदूषण

locationराजगढ़Published: Oct 04, 2018 04:21:13 pm

Submitted by:

Amit Mishra

10 अक्टूबर से प्रारंभ होगी शारदीय नवरात्रि, घरों और मंदिरों में चल रही तैयारी

news

प्राकृतिक तत्वों से बना रहे दुर्गा प्रतिमाएं ताकि विसर्जन के बाद न हो प्रदूषण

राजगढ़@प्रकाश विजयवर्गीय की रिपोट

शक्ति की उपासना का पर्व शारदीय नवरात्रि हर साल शहर में काफी धूमधाम से मनाया जाता है। इस दौरान शहर में जगह जगह सार्वजनिक पांडालों में तो दुर्गा प्रतिमाओं की स्थापना होती ही है। साथ ही घरों और मंदिरों में भी इन नौ दिनों में विशेष उत्सव का माहौल रहता है।

इस बार शारदीय नवरात्रि का पर्व 10 अक्टूबर से प्रारंभ हो रहा है, जो 18 अक्टूबर तक चलेगा। पर्व के दौरान इस बार शहर में करीब चालीस स्थानों पर सार्वजनिक रूप से दुर्गा प्रतिमाओं की स्थापना की जाएगी। शारदीय नवरात्रि की तैयारियां जोरों से चल रही है। शहर में नवरात्रि के पर्व पर बनने वाले पंडाल लगभग लगभग बनकर तैयार हैं।

नदी के जल नहीं होगा प्रदूषित

खास बात यह है कि इस बार शहर में बनने वाले सभी पांडालो में स्थापित होने वाली प्रतिमाएं पूरी तरह मिट्टी और प्राकृतिक वस्तुओं से निर्मित होंगी। जिनसे प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद नदी के जल प्रदूषित नहीं होगा।
मुर्तिकार सतीश दशेहरिया और राजू दशेहरिया ने बताया विगत वर्ष की तरह इस वर्ष तीन फिट से लेकर पन्द्राह फिट तक की विशाल प्रतिमाओं का निर्माण किया गया है। इनमें कोई भी प्रतिमा पीओपी की नहीं है।

दुर्गा स्थापना समितियों की मांग पर प्रतिमाओं के निर्माण में 90 प्रतिशत ऐसी सामग्री उपयोग की जा रही है। जिनसे विसर्जन के बाद नदी का पानी प्रदूषित नहीं होगा। कुछ पांडालों के लिए तैयार की जा रही प्रतिमाएं तो पूरी तरह मिट्टी की ही बनी है।

निकलेगी चुनरी यात्रा होंगे भंडारे
नवरात्रि के दौरान दुर्गापांडालों में होने वाले आयोजन के साथ ही जालपा मंदिर, शीतला माता मंदिर, लाल माता, कालाखेत मंदिर, गायात्री प्रज्ञा भवन में विशेष आयोजन होंगे।

इसके अलावा शहर में 13 और 14 अक्टूबर को शहर से मां जालपा मंदिर तक 1111 मीटर की भव्य चुनरी यात्रा और 18 अक्टूबर को जालपा मंदिर पर होना वाले विशाल भंडारे में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो