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असिस्टेंट इंजीनियर से बोले एमडी, ठेकेदारों से काम भी करवाते हो या सिर्फ कमिशन ही खाते हो

locationराजगढ़Published: Apr 04, 2019 05:41:49 pm

Submitted by:

Amit Mishra

पत्रिका लाइव रिपोर्ट: घटिया निर्माण पर विफरे एमडी, बीते छह साल में बी से सी ग्रेड में पहुंचे,तमाम घपलों की जांच के दिए निर्देश…

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असिस्टेंट इंजीनियर से बोले एमडी, ठेकेदारों से काम भी करवाते हो या सिर्फ कमिशन ही खाते हो

ब्यावरा @राजेश विश्वकर्मा की रिपोर्ट

यह टीन शेड अभी पूरा भी नहीं हुआ है और कितना उबड़-खाबड़ सरफेस है इसका। कभी आकर देखते हो साइड, कभी ठेकेदार से काम करवाया या सिर्फ उनसे कमीशन ही खाते रहते हो। कैसे इंजीनियर हो तुम, कहां से की इसकी पढ़ाई, जाओ दोबारा पढ़कर आओ। ब्यावरा मंडी में गुरुवार दोपहर औचक निरीक्षण पर आए बोर्ड के एमडी फैज अहमद किदवई ने उक्त नाराजगी मंडी बोर्ड भोपाल अस्सिटेंट इंजीनियर प्रदीप बंसल और कमलाकर सिंह बघेल पर जताई।

निर्माणाधीन कार्यों का जायजा लिया…
बोर्ड के एमडी ने मंडी में हो रही अव्यवस्थाओं पर नाराजगी जताते हुए कहा कि पांचवी का बच्चा भी यह जानता होगा कि पानी की टंकी में नल होने चाहिए और पानी की निकासी होना चाहिए। यहां न पानी है की ढंग की निकासी है और न ही टोंटियां, कितना घटिया काम है तुम्हारा। यदि सात दिन के भीतर यह पूरा नहीं हुआ तो मैं तुम लोगों को सस्पेंड कर दूंगा। एमडी ने मंडी में अन्य तमाम चालू शेड और निर्माणाधीन कार्यों का जायजा भी लिया। साथ ही मंडी में अवैध तरीके से बनाई जा रही दुकानों काम रुकवाने के निर्देश मंडी सचिव को दिए।

दुकानों का रिकॉर्ड खंगाला…
बोर्ड के एमडी ने कहा कि आप सामान उठाकर फेंकिए, एसडीएम भी आपकी मदद करेंगे। रोड के पास ही बना ली गई दुकानों का भी रिकॉर्ड खंगाला गया और सब-इंजीनियर से कारण पूछा। जिसमें उचित कार्रवाई के निर्देश एसडीएम प्रदीप सोनी और सचिव वी. पी. पटेरिया को दिए गए। इससे पहले उन्होंने मंडी के शेड के साथ ही ई-नाम का दफ्तर, परीक्षण केंद्र इत्यादि का निरीक्षण भी किया।


…और एमडी ने स्वीकारा प्रदेश में ब्यावरा मंडी की छबि खराब
बीते छह साल में हुए तमाम भ्रष्टाचार की जांच मंडी के एमडी द्वारा करवाई जाएगी। उन्होंने इस बात को भी स्वीकारा कि हां ब्यावरा मंडी की छबि प्रदेश स्तर पर खराब हुई है। मंडी बी से सी ग्रेड में पहुंची हैं, गड़बडिय़ां भी सामने आई हैं। जिन पर हम काम कर रहे हैं जल्द ही समाधान होगा।

वे उपार्जन केंद्रों के अलावा मंडियों में भी की जा रही गेहूं सहित अन्य उपज की खरीदी को लेकर ब्यावरा पहुंचे थे। मंडी बोर्ड में आने के बाद पहली बार ब्यावरा आए एमडी ने विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। किसान विश्राम गृह के साथ ही शौचालयों की स्थिति सहित अन्य बुनियादी सुविधाओं पर चर्चा की।

व्यापारियों ने रखी मांग- रिनिवल के लिए दो लाख कैसे दें

व्यापारियों ने एमडी को आवेदन दिया कि हमसे लाइसेंस रिनिवल के लिए दो लाख रुपए की एफडी करवाई जा रही है जो कि गलत है। इससे हमें दिक्कत हो रही है। इस पर एमडी ने कहा कि जमीन गिरवी रख दो, दुकान रख दो लेकिन जो नियम मंडी एक्ट के हैं उस हिसाब से तो देना होंगे।

इस पर व्यापारियों ने कहा कि छोटे व्यापारियों को दिक्कतें हो रही है, आखिर कहां से वे रुपए लाएंगे। चार-पांच लाख रुपए की पूंजी में धंधा करते हैं और दो यहां दे देंगे तो कैसे काम चलेगा। व्यापारियों ने कहा कि रिनिवल के फेर में क्रय-विक्रय दोनों बंद कर दिए गए हैं, इससे छोटे व्यापारी परेशान हैं। सचिव द्वारा की गई इस व्यवस्था से दिक्कत हो रही है। एमडी ने आवेदन लेकर उचित व्यवस्था का आश्वासन दिया।

 

मंडी बोर्ड के एमडी फैज अहमद किदवई से सीधी बात
सवाल– सर, जिले में किस मकदस से आज निरीक्षण किया गया?
जवाब : किसानों के लिए क्या व्यवस्थाएं हैं उन्हें देखना था, उपर्जान केंद्रों के अलावा यहां भी खरीदी होना है इसीलिए व्यस्थाएं देखीं।

 

 

सवाल– टैक्स चोरी और अन्य गड़बडिय़ों से मंडी का ग्रेड गिरा है, कौन जिम्मेदार है इसमें?
जवाब : यह सही है कि ब्यावरा मंडी का ग्रेड गिरा है। इसमें जो रिपोर्ट आई है वह काफी निराशाजनक है। आगे हम प्रयास करेंगे कि पोटेंशियल काफी अच्छा हो।

 

सवाल- टैक्स चोरी हो, फर्जी गेट पास हो या अन्य हाल ही में हुई चोरी इसमें मंडी बोर्ड तक मामले पहुंचने पर भी कार्रवाई क्यों नहीं हो पाती?
जवाब : देखिए, कार्रवाई होती है, अन्य मंडियों में भी हुई है। ब्यावरा का मामला हमारे जहन में है, हाल ही में जांच आई है। तमाम पुराने और नये मामलों में कार्रवाई निश्चित होगी।

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