एसएमएस भी नहीं पहुंच रहे…
जिले में 63 केन्द्रों पर विभिन्न फसलों की खरीदी की जाएगी। लेकिन इस बार शासन की मंशानुसार कई जगह खरीदी केन्द्रों को बदला गया है और मंडी या मार्केटिंग की जगह पर यह खरीदी गोडाउनों पर कराई जा रही है। लेकिन देर से की गई व्यवस्था और स्थानों के चयन में की गई लेटलतीफी का नुकसान किसान भुगत रहे है। नए स्थानों पर खरीदी के लिए कौन से किसान किस जगह उपज बेचेंगे, इसकी मेपिंग की जानी थी। लेकिन यह नहीं हो सकी। इससे किसानों तक एसएमएस भी नहीं पहुंच रहे।
जिलेभर के ऑपरेटरों को लगाया मेपिंग में
दो दिन का समय निकलने के बाद भी जब लगभग 40 खरीदी केन्द्रों पर खरीदी शुरू नहीं हुई तो यहां के गांव और किसानों की मेपिंग के लिए जिलेभर के ऑपरेटर लगाए जा चुके हैं, जो तेजी से मेपिंग काम में लग चुके हैं।
विधायक पहुंचे कलेक्टर से मिलने
किसानों के पास एसएमएस नहीं पहुंचने के मामले को लेकर विधायक बापूसिंह तंवर कुछ किसानों के साथ कलेक्टर से मिलने पहुंचे। जहां उन्होंने बताया कि शीघ्र ही खरीदी शुरू होगी। लगभग सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। कुछ जगह खरीदी भी शुरू हो चुकी है।
दिनभर बैठे रहे हम्माल और तुलावटी
खरीदी प्रक्रिया शुरू हो जाने के चलते खरीदी केन्द्रों पर हम्माल और तुलावटी सुबह से पहुंच गए। लेकिन राजगढ़ हो या फिर करेड़ी, खुजनेर, चाटूखेड़ा कहीं भी एक भी किसान नहीं पहुंचा। जबकि हम्माल अपने अन्य कामों को छोड़कर खरीदी केन्द्र पहुुंच गए थे।
फैक्ट फाइल
समर्थन मूल्य के लिए पंजीयन लगभग 62 हजार
समर्थन मूल्य पर गेहूं का मूल्य 1840 रुपए प्रति क्विंटल
प्रोत्साहन राशि 160 रुपए प्रति क्विंटल
यह भी है खास
25 मार्च से शुरू हुई खरीदी 23 मई तक चलेगी।
एसएमएस आने के बाद ही खरीदी केन्द्र पहुंचेंगे किसान।
हर बोरी पर लिखाएगा किसान का कोड और टेग।
हर किसान की उपज की लगेगी अलग स्टेग।
टोकन पर्ची 48 घंटे रहेगी मान्य।
तीन दिन के अंदर बैंक खातों में पहुंचेगी राशि।