लूट के बाद फरियादी सतीश कुमार, पत्नी और बच्चे के साथ देहात थाना पहुंचे और पूरे मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई। एसपी ने एएसपी नवलसिंह सिसोदिया और नरसिंहगढ़, ब्यावरा एसडीओपी के अलावा देहात थाना प्रभारी संजीत मावई, कनरवास के महेन्द्र शाक्य, बोड़ा के जुबेर खान और माचलपुर के वीरेन्द्र धाकड़ सहित साइबर सेल के एसआई अनिल रघुवंशी और आर सशांक को इस मामले की जांच में एक साथ लगाया।
कुछ घंटों बाद ही मुखबिर की सूचना पर आरोपियों की पहचान हो गई। इसके बाद अलग-अलग जगह दबिश देकर न सिर्फ आरोपियों को बल्कि जो सामान लूटा गया था। उसमें १०० प्रतिशत सामान भी जब्त कर लिया गया। साथ ही लूट में उपयोग की गई सामग्री को भी जब्त किया गया। जिसमें चाकू व कुल्हाड़ी सहित लाठियां शामिल है।
यूं दिया वारदात को अंजाम
आरोपियों ने हाईवे पर कुछ जगह रापी बिछा रखी थी और वाहन के फंसने का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच सतीश अपने परिवार के साथ राजगढ़ से भोपाल के लिए रवाना हुए। जिन्हें सुबह की ट्रेन से मद्रास जाना था, लेकिन रास्ते में उनकी गाड़ी रापी से पंचर हो गई। आरोपी दिलीप पिता कांसीराम कंजर, अशोक पिता काशीराम, बसंत पिता सोहन कंजर, मन्नू पिता दिलीप कंजर, चिंटू पिता दिलीप कंजर, विनोद पिता सोहन कंजर सभी कंजरपुरा थाना पचोर के रहने वाले है।
पहले ड्राइवर के साथ मारपीट की। सतीश के चार वर्षीय पुत्र के गले में चाकू अड़ाया और दंपती के पास मौजूद एक-एक पैसा, मोबाइल, टेबलेट, सोने-चांदी के जेवरात लेकर भाग गए। राजगढ़ एसपी सिमाला प्रसाद ने बताया कि सूचना लगने के साथ ही हमने टीम का गठन किया और आरोपियों को जल्द पकड़ा। छह आरोपियों के साथ पूरा सामान जब्ती में ले लिया है। ऐसे किसी भी आरोपी को नहीं छोड़ा जाएगा।