बेघर और जरूरतमंदों को आवास मुहैया कराने शुरू की गई प्रधानमंत्री आवास योजना शहर में अधर में है। आवास के लिए अभी तक नगर पालिका
ब्यावरा. बेघर और जरूरतमंदों को आवास मुहैया कराने शुरू की गई प्रधानमंत्री आवास योजना शहर में अधर में है। आवास के लिए अभी तक नगर पालिका और प्रशासन जगह तक तय नहीं कर सका है। वहीं सारंगपुर की कांग्रेसी परिषद ने सर्वे का काम शुरू करा दिया और इंदौर की टीम ने सर्वे कर डीपीआर भी तैयार करा दी।
नगर पालिका प्रबंधन का कहना है कि उन्होंने मुल्तानपुरा, अरन्या और नयापुरा क्षेत्र की जमीन को प्रधानमंत्री आवास के लिए चिह्नित किया है, लेकिन अभी तक वह जमीन फाइनल नहीं हो पाई। शासन की बड़ी तादाद में जमीन अरन्या क्षेत्र में है, जिसके छोटे से हिस्से में ही ट्रैचिंग ग्राउंड बन पाया है। हालांकि नपा ने वहां कचरा डालना शुरू किया है, लेकिन फिर भी शासन की जमीन अभी भी वहां बाकी है, जिसे प्रधानमंत्री आवास के लिएउपयोग लिया जा सकता है। वहीं, मुल्तानपुरा और नयापुरा क्षेत्र में भी शासन की भरपूर जमीन है। वहीं, मोहनीपुरा के आस-पास जहां ईंट भट्टे लगे हैं वहां भी शासन की जमीन है।
डिमांड सर्वे के बाद तय होंगे आवास
प्रधानमंत्री आवास के लिए नपा और अन्य तकनीकी टीम मिलकर डिमांड सर्वे तैयार करेगी। इसके बाद ही तय किया जाएगा कि कितने हितग्राहियों को आवास दिए जाना हैं। सर्वे के बाद डीपीआर तैयार कर शासन को भेजी जाएगी। इस आधार पर आवास की संख्या भी निर्धारित होगी।
मुल्तानपुरा, अरन्या और नयापुरा की सरकारी जमीन का प्रस्ताव शासन को भेजा है। डिमांड सर्वे के बाद ही आवासों की संख्या तय की जाएगी। उसी आधार पर हम डीपीआर तैयार करवाएंगे।
इकरार अहमद, सीएमओ, नगर पालिका ब्यावरा