साथ ही कई गली-मोहल्लों में सीसीकरण नहीं होने और नालियां नहीं बन पाने से घरों के बाहर नालियों का पानी भर रहा है। इससे लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल रोड हो, डिवाइडर वाला रोड हो या शहर के अन्य प्रमुख मार्ग हर जगह मैनेजमेंट के अभाव में नगर पालिका परिषद खरी नहीं उतर पा रही है। आपसी तालमेल में कमी के कारण शहर के तमाम अटके हुए प्रोजेक्ट्स को गति नहीं मिल पा रही।
वहीं, जो प्रोजेक्ट्स रनिंग थे उनका मैनमेजमेंट नहीं हो पा रहा। गुलाबशाह की बावड़ी पर बन रही टंकी, मोया रोड वाली टंकी सहित पाइप लाइन का काम अप्रैल माह से चल रहा है, बावजूद इसके शहरभर में काम आधा-अधूरा है। जिस पाइप लाइन की सुविधा बारिश से पहले मिलना थी उसने बजाए सुविधा के लोगों के आने-जाने में परेशानियां बढ़ा दी हैं।
शहर में लगभग खत्म हो चुके गार्डन को जीवित करने के दावे भी नगर पालिका ने किएथे लेकिन हालात यह है कि न तो गार्डन डवलप हो पाए न ही कहीं पौधे लगे। नगर पालिका के तमाम प्लॉन कागजों से बाहर निकल नहीं पाए हैं।
शहीद भरथरे बस स्टैंड, पंचमुखी मैदान और अपना नगर क्षेत्र में गार्डन की योजना थी लेकिन वहां किसी प्रकार की तैयारी तक नगर पालिका ने नहीं की। तीन साल की परिषद में ऐसा कोई बड़ा काम नहीं हो पाया है जिससे जनता को राहत मिले।
अस्पताल रोड का टेंडर हो चुका है,लेकिन काम कब तक शुरू हो यह नहीं कह सकते। बाकी के अन्य प्रोजेक्ट्स को लेकर भी हमारी तैयारी है जल्द ही काम शुरू किए जाएंगे।
-इकरार अहमद, सीएमओ, नपा, ब्यावरा