दरअसल, तमाम प्रकार की कोशिशों के बावजूद आपसी सामंजस्य के अभाव और संवादहीनता के कारण बीते कई दिनों से नपा में न पीआईसी की बैठक हो पाई है और न ही परिषद की। इसी कारण नये वित्तीय वर्ष का बजट तक पेश नहीं हो पाया।
ऐसे में धारा-116 के तहत नियमानुसार 31 मार्च २०१८ तक के आय-व्यय और तमाम प्रकार के खर्च का ब्यौरा नगरीय प्रशासन विभाग के ज्वॉइंट डायरेक्टर को भेज दिया गया है। अब वहां से आदेश होती है बिना पीआईसी और परिषद की बैठक के सीएमओ बजट प्रस्तुत कर देंगे।
बड़ा सवाल : आखिर क्यों नहीं होती बैठकें?
बजट पेश नहीं होने का प्रमुख कारण यह बताया जा रहा पीआईसी और परिषद की बैठकें नहीं होना। जब से नई परिषद ब्यावरा में बैठी है तभी कभी पार्षदों का विवाद तो कभी आपसी तालमेल नहीं होने से बैठकें नहीं होने की परेशानी आम हो गई है।
बजट पेश नहीं होने का प्रमुख कारण यह बताया जा रहा पीआईसी और परिषद की बैठकें नहीं होना। जब से नई परिषद ब्यावरा में बैठी है तभी कभी पार्षदों का विवाद तो कभी आपसी तालमेल नहीं होने से बैठकें नहीं होने की परेशानी आम हो गई है।
ऐसे में सवाल यह है कि आखिर क्यों बैठकें नहीं हो पाती? सूत्रों की मानें तो नगर पालिका परिषद के तमाम जवाबदारों, जिम्मेदारों के आपस में सामंजस्य नहीं होने और संवाद में कमी के कारण ऐसी स्थिति बनती है। इसी कारण न बैठक होती है न ही आगे की कार्ययोजना बन पाती। नपा से लेकर केंद्र तक की भाजपामय परिषद अपने ही लोगों (पार्षदों) को विकास पर चर्चा करने के लिएमना नहीं पा रही है।
रिश्वत के आरोपों पर स्पष्ट जवाब नहीं
साथ ही हाल ही में कुछ नपाकर्मियों को स्थायी करने के लिए लगे रिश्वत के आरोपों पर भी नपा के तमाम जिम्मेदार मौन है। उल्लेखनीय है कि मप्र शासन द्वारा छह मार्च से स्थायी किए गए करीब 40 कर्मचारियों से ३०-३० हजार रुपए की राशि लेने के आरोप लगे हैं, जिसे लेकर नपा प्रबंधन कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाया है।
साथ ही हाल ही में कुछ नपाकर्मियों को स्थायी करने के लिए लगे रिश्वत के आरोपों पर भी नपा के तमाम जिम्मेदार मौन है। उल्लेखनीय है कि मप्र शासन द्वारा छह मार्च से स्थायी किए गए करीब 40 कर्मचारियों से ३०-३० हजार रुपए की राशि लेने के आरोप लगे हैं, जिसे लेकर नपा प्रबंधन कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाया है।
हालांकि शिकायत करने वाले कर्मचारी भी खुलकर इसलिए सामने नहीं आना चाहते क्योंकि उन पर भी दबाव बनाया जा रहा है। इसके अलावा शहर के विकास की रफ्तार किसी से छिपी नहीं है। कहीं किसी उम्मीद पर नपा खरी नहीं उतर पा रही है।
बजट को लेकर हमने हमारे स्तर पर आय-व्यय का ब्यौरा शासन को भेजा है। वहां से जैसे ही स्वीकृति मिलती है हम पेश कर देंगे। जहां तक बैठकों की बात है तो हम संबंधितों से बात कर रहे हैं, जल्द ही बैठकें होंगी, पूरा कम्यूनिकेशन रखा जाएगा।
– इकरार अहमद, सीएमओ, नपा, ब्यावरा
– इकरार अहमद, सीएमओ, नपा, ब्यावरा