बावजूद इसके पांच मार्च को जारी निर्देश का महीनेभर बाद भी पालन नहीं हो पाया। अनुमोदन के लिए होने वाली पीआईसी की बैठक तक अभी नहीं हो पाई है। इससे स्थायी नौकरी और बढ़े हुए वेतन की आस लगाए बैठे ऐसे 40 कर्मचारियों की फाइल नपा में इधर-उधर घूम रही है। जिसे लेकर नपा के जिम्मेदार गंभीर नहीं है।
पीआईसी बैठक में अनुमोदन करें
40 कर्मचारियों को स्थाई करने के लिए जारी निर्देश में स्पष्ट उल्लेख है कि संबंधित नपा अपनी पीआईसी की बैठक में इनका अनुमोदन करें और शासन के निर्देशों का पालन करें। उक्त तमाम कर्मचारियों का स्थाईकरण शासन के नियमानुसार हुआ है, जिसमें किसी प्रकार से राशि देने या रिफ्रेंस की जरूरत नहीं पड़ी। न ही शासन स्तर पर ऐसे कोई निर्देश हैं। उक्त कर्मचारियों की ज्वॉइनिंग डेट के हिसाब से उन्हें परमानेंट किया गया है।
स्थाईकरण की फाइल घूम रही इधर-उधर
एक मार्च को मुख्यमंत्री द्वारा जारी निर्देश के बाद पांच मार्च को ब्यावरा नपा के लिए यह निर्देश जारी हुआ कि संबंधित 40 कर्मचारियों को स्थाई किया जाए, लेकिन आज दिनांक तक उक्त फाइल इधर-उधर भटक रही है। अभी तक किसी जिम्मेदार ने उसका संज्ञान नहीं लिया है। नगर पालिका प्रबंधन अपने निजी हितों देखते हुए उक्त फाइल को आगे नहीं बढ़ाना चाहती। इससे सभी कर्मचारियों की आस अधर में है।
नगर पालिका पीआईसी की बैठक नहीं कर रही है, जबकि यह उनका जिम्मा है। शासन की मंशा अनुसार गरीब अस्थाईकर्मियों को इसका लाभ मिलना चाहिए। लगातार नपा की शिकायतें मिल रही हैं, जहां भी फॉल्ट मिला तो कड़ी कार्रवाई होगी।
-नारायणसिंह पंवार, विधायक, ब्यावरा
नगरीय प्रशासन को उक्त फाइल गई हुई है जल्द ही उक्त अस्थाई कर्मियों को स्थाई कर दिया जाएगा। हमारी ओर से पूरी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है जल्द ही सभी को स्थाई कर दिया जाएगा, वैसे यह एक सामान्य प्रक्रिया है।
-अखिलेश जोशी, अध्यक्ष, नपा, ब्यावरा
जिला चयन समिति की ओर स्थाईकर्मियों की स्वीकृति मिल चुकी है। अब पीआईसी की बैठक में अनुमोदन होना है। बैठक के बाद उन्हें स्थाई किया जाएगा। लगभग पूरी प्रक्रिया हो चुकी है, जल्द बचा हुआ काम होगा।
-इकरार अहमद, सीएमओ, नपा, ब्यावरा