scriptरोड की घटिया नालियों से नहीं निकल रहा पानी और रिपोर्ट ओके | No water coming out of the poor drains of the road and report OK | Patrika News

रोड की घटिया नालियों से नहीं निकल रहा पानी और रिपोर्ट ओके

locationराजगढ़Published: Aug 23, 2019 11:33:34 pm

Submitted by:

Praveen tamrakar

लचर प्रशासनिक व्यवस्था और घटिया प्रबंधन से शहर की जनता उन समस्याओं से जूझ रही है जिनका समाधान पहले हो जाना था।

That is what the public expected from the administration

Biawara. This is the scene outside the Akbar Building on AB Road, where the complex owners themselves are repairing the choke drain.

ब्यावरा. लचर प्रशासनिक व्यवस्था और घटिया प्रबंधन से शहर की जनता उन समस्याओं से जूझ रही है जिनका समाधान पहले हो जाना था। जनता ने जिस निराशाजनक परिणाम की उम्मीद की थी वैसा ही शहर का प्रशासनिक व्यवस्था से हो रहा है। दरअसल, शासन के खजाने से करोड़ों रुपए शहर विकास के नाम पर खर्च कर सुविधा देने का दावा खोखला साबित हो रहा है। इसे लेकर न शहर के जनप्रतिनिधि गंभीर है ना ही प्रशासनिक अधिकारी। जिस डिवाइडर वाले रोड के बन जाने के बाद सुविधाओं के दावे जिम्मेदार कर रहे थे, जिस बेहतर ट्रैफिक का सपना शहर की जनता ने संजोया था वह प्रशासनिक लेटलतीफी से पूरा नहीं हो पा रहा। आधे-अधूरे रोड पर बनीं घटिया क्वालिटी की नालियों में बारिश का पानी ही नहीं निकल पा रहा है।
गर्मी में बिना किसी तराई और मेंटनेंस के बनाई गईं नालियों को पीडब्ल्यूडी और इंजीनियर्स ने अप्रुव भी कर दिया। हालात यह है कि उनमें से न गटर का पानी निकल पा रहा ना ही बारिश का। महज नालियों के कारण कई दुकानदारों का सामान खराब हो गया, कई खुद चोक हुईं टूटी-फूटी नालियों को सुधरवा रहे हैं।

टेढ़ी-मेढ़ी मनचाही बना दीं नालियां
पूरो रोड में बरती गई लापरवाही का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अतिक्रमण हटाते वक्त पुराने नक्शे और राजस्व विभाग के नियम सामने आ गए थे, लेकिन रोड बनने के बाद और नालियां बनने पर कोई मापदंड, नाप-तौल काम नहीं आया। हालत यह है कि कहीं आड़ी तो कहीं टेढ़ी नालियां बना दी गईं, कहीं रोड से दूर तो कहीं बिल्कुल पास आ गई। साथ ही पुल-पुलिया और रोड की चौड़ाई इत्यादि का भी डीपीआर के हिसाब तक से मापदंड नहीं रहा।

…और प्रशासन की एक दिन की सख्ती
एक दिन के लिए सख्त हुए प्रशासन ने भरी बारिश में तोड़-फोड़ की, एबी रोड के आस-पास की पुरानी नालियां तोड़ दीं, अतिक्रमण हटाए, कुछ न्यायालयीन अतिक्रमण भी हटाए गए। अब फिर से सबकुछ थम गया। जिनका अतिक्रमण तोड़ा गया उन्हें बेवजह बेरोजगार कर दिया गया और इसी बीच में जिला प्रशासन का फरमान एसडीएम को बदलने का हो गया। ऐसे में जो काम जैसा था वैसा ही रह गया, नए अधिकारियों को न पुराने प्लॉन समझ आ रहे हैं ना ही उसे वे पूरा करने में गंभीरता दिखा रहे। इस सबका खामियाजा शहर की वह जनता भुगत रही है।
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