मूंग की दाल मिलने की जानकारी जब बच्चों तक पहुंची तो वे कभी स्कूल तो कभी सेल्समैन के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें अभी तक यह दाल उपलब्ध नहीं कराई गई। पत्रिका ने इस मामले को प्रमुखता से प्रकाशित करते हुए प्रशासन का भी ध्यान इस ओर आकर्षित कराया। जिसके बाद नागरिक आपूर्ति निगम का कहना है कि उन्होंने दुकानों तक दाल पहुंचा दी है, जबकि दूसरे माह की दाल का आवंटन होने के बाद उसे भी पहुंचाया जा रहा है। यहां बताना होगा कि सेल्समैनों द्वारा यह दाल अभी तक वितरित नहीं की गई। अब 17 मई को यह नगरीय क्षेत्र में आने वाले स्कूलों के बच्चों को वितरित की जाएगी। इसके बाद 18 मई को ग्रामीण क्षेत्र में संचालित होने वाले स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को डाल दी जाएगी। इसका शुभारंभ भी प्रदेश की किसी एक जिले से मुख्यमंत्री की मौजूदगी में किया जाएगा अन्य जिलों में इस कार्यक्रम को एलसीडी के माध्यम से दिखाई जाएगा।
पिछले सालों तक जब भी सूखा राशन बच्चों तक पहुंचाया गया, तो इसकी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग ने अपने शिक्षकों को दी और उनके माध्यम से भी यह सामग्री बच्चों तक पहुंचाई गई, लेकिन इस बार यह सामग्री सेल्समैन के माध्यम से बच्चों को दी जाएगी। बताना होगा कि यह दाल सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले सभी बच्चों के लिए आई है, जो कक्षा 1 से लेकर आठवीं तक में अध्ययनरत हैं, लेकिन कई दिनों तक दाल लेने ही नहीं पहुंची।
हमारे द्वारा बच्चों को जो मूंग दाल शासन द्वारा भेजी गई है, वह दुकानों तक पहुंचा दी गई है। शीघ्र ही इसका वितरण किया जाना है। यदि कहीं से भी बच्चों को दी जाने वाली दाल में लापरवाही की जाती है जो बरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी देते हुए संबंधित सेल्समैन के खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।-बीएम गुप्ता, डीएम, नागरिक आपूर्ति एवं राजगढ़