scriptप्याज के भाव में तेजी, थोक मंडी में 15 से 20 रुपए किलो तक बिक रहा प्याज | Onion being sold in the wholesale market for 15 to 20 rupees a kg | Patrika News

प्याज के भाव में तेजी, थोक मंडी में 15 से 20 रुपए किलो तक बिक रहा प्याज

locationराजगढ़Published: Jun 30, 2022 05:22:14 pm

Submitted by:

Ashtha Awasthi

थोक मंडी में 15 से 20 रुपए किलो तक बिक रहा प्याजप्याज में तेजी, किसानों की उम्मीद जागी, लहसुन वहीं पर अटका

onion-during-summers_large_1801_84.jpeg

Onion

ब्यावरा। इस बार शुरू से ही रुला रहे प्याज-लहसुन की खेती ने किसानों को खासा निराश किया है। अब किसानों की उम्मीद जागी है, प्याज के भाव में हल्की सी बढ़ोतरी हुई है। जिससे किसानों को फायदा लग रहा है। हालांकि यह फायदा किसानों को न होकर बिचोलियों और बड़े किसानों को ही होगा। वहीं, सहसुन वहीं अटका हुआ है, जिससे किसानों को नुकसान हो रहा है। दरअसल, पूरी गर्मी के सीजन में प्याज उत्पादन के समय से ही किसान प्याज को समेटकर सहेजने में लगे हैं। कभी वे उन्हें गर्मी में फफूंद आने से बचा रहे हैं तो अब बारिश में नमी से।

इस बार निकालने के बाद प्याज के भाव दो से तीन रुपए किलो तक सिमटकर रह गए थे जो कि अब बढ़े हैं। यही हाल लहसुन के भाव का है, 15 से 20 रुपए किलो तक ही वे सीमित रह गए हैं। इससे किसानों का इस उपज में लागत मूल्य निकल पाना भी मुश्किल हो रहा है। जिले में कोई ढंग की मंडी नहीं होने से मजबूरन किसानों को नीमच, रामगंजमंडी सहित अन्य शहरों में ले जाने को मजबूर हैं। ऐसी स्थिति में उन्हें 300 से अधिक किलोमीटर का अलग से खर्च वहन करना पड़ता है। कुल मिलाकर किसान ऐसी स्थिति में हैं उन्हें इन उपज का फायदा ही नहीं मिल पाता न ही यह खेती फायदा का सौदा बन पाती है।

किसानों के पास खत्म होने के बाद बढ़ते हैं भाव

माचलपुर (डूंगरी) के किसान अनिल-शिवनारायण पाटीदार का कहना है कि सभी किसान प्याज को सहेजकर नहीं रख सकते, अधिकतर ने शुरुआती में ही खराब होने के डर से प्याज बेच दी थी। सामान्य मौसम के साथ ही बारिश में उसे सहेजकर रख पाना मुश्किल होता है। किसानों की उपज के भाव तभी बढ़ता है जब उनके पास खत्म हो जाए।

भाव बढ़ने के आसार हैं

प्याज के भाव में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है। हालांकि यह सामान्य ही बढ़ोतरी हुई है। लहसुन के दाम भी बढऩे के आसार हैं। लेकिन यह कह पाना मुश्किल है कि कब बढ़ेंगे। फिलहाल संबंधित उपज को संभालकर और सुरक्षित रखना जरूरी है।-पीआर पांडे, उप-संचालक, कृषि विभाग, राजगढ़

बारिश में नमी की दिक्कत, सहेजकर रखना चुनौती

प्याज और लहसून की उपज दोनों में नमी का खतरा है, ऐसे में इन्हें सहेजकर रख पाना मुश्किल होता है। बारिश के सीजन में यह दिक्कत और भी बढ़ जाती है। वे ही किसान इसे सहेजकर रख पाते हैं जिनके पास या तो संसाधन ज्यादा हों या फिर जगह भरपूर हो। प्याज और लहसुन दोनों ही उपज को पार्टिशन बनाकर पंखा चलाकर रखना पड़ता है। यानि नीचली सतह तक उसमें हवा पहुंचनी चाहिए, तभी वे सुरक्षित रह पाते हैं। अमूमन किसान शुरुआत में ही औने-पौने दाम में इसे बेचने को मजबूर रहते हैं। बड़े किसान और अन्य बिचोलिये इसी दर में खरीदकर कोल्ड स्टोरेज और प्याज हाउस में रखकर बाद में मुनाफा कमा लेते हैं।

12 से 15 रु. बिक रहा थोक में प्याज

प्याज के भाव में सामान्य बढ़ोतरी हुई है। थोक में 12 से 15 रुपए किलो तक बिक रहे हैं। हालांकि अभ क्वालिटी बेहतर नहीं आ रही है। ऐसे में ज्यादा भाव मिल पाना मुश्किल है लेकिन जैसे-जैसे डिमांड बढ़ेगी और कमी आएगी भाव स्वत: ही बढ़ते जाएंगे।-मोहन कुशवाह, थोक सब्जी विक्रेता, ब्यावरा

https://www.dailymotion.com/embed/video/x8c3eki
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो