एसपी ने बताया कि फिलहाल हम इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू कर रहे हैं।एक साल का 700 आरोपियों का डेटा बेस तैयार किया जा हा है। जिसमें 1 जनवरी से 31 दिसंबर तक की डिटेल होगी। ऑनलाइन डेटा बेस फेशियल रिकनेशन एप से इसमें मिलान किया जाएगा। एप में संबंधित आरोपी की पूरी डिटेल रहेगी, जहां जैसी जानकारी मिलेगी उसे अपलोड कर पहचान की जाएगी। जैसे ही फेस आएगा तो उसके पुराने अपराध, रिकॉर्ड्स इत्यादि सामने आ जाएंगे।इससे पुलिस का काम आसान होगा। किसी भी थाने का पुलिसकर्मी संबंधित आरोपी की पहचान कर वरिष्ठ कार्यालय को अवगत कराएगा।
नरसिंहगढ़ में एप के तौर पर पकड़ाए तीन आरोपी
हाल ही में नरसिंहगढ़ में पकड़ाए11 बाइक चोरी के आरोपियों को पकडऩे में इस एप की मदद ली गई थी। शुरुआत में एक ही आरोपी पकड़ाया था, इसके बाद तीन अन्य आरोपियों को पकडऩे के लिएएप के माध्यम से सर्च किया गया। बदले हुएहुलिये के साथतीन आरोपी इसमें आएथे, जिन्हें पुलिस ने विधिवत गिरफ्तार किया था।
ऑनलाइन डेटा बेस तैयार कर रहे
700 विभिन्न मामलों के आरोपियों का ऑनलाइन डेटाबेस हम तैयार कर रहे हैं। यह आरोपियों की पहचान में काफी कारगर होगा।पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर हम शुरू कर रहे हैं। इससे काफी मदद पुलिस को मिलेगी, काम आसान होगा।
-प्रदीप शर्मा, पुलिस अधीक्षक, राजगढ़