scriptमजदूरी छोड़ लेने गए थे राशन, सर्वर डाउन, नहीं मिला तो केंद्र पर हंगामा | POS machine technical difficulties : not found rashan due to servr | Patrika News

मजदूरी छोड़ लेने गए थे राशन, सर्वर डाउन, नहीं मिला तो केंद्र पर हंगामा

locationराजगढ़Published: Jul 19, 2019 06:19:41 pm

-सुदामा नगर स्थित पूजा उपभोक्ता भंडार में आई परेशानी, बड़ी सख्या में पहुंचे थे महिला-पुरुष

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ब्यावरा.सुदामा नगर स्थित केंद्र पर ही अपनी परेशानी बताते उपभोक्ता।

ब्यावरा . शहर के सुदामा नगर स्थित पूजा उपभोक्ता भंडार में गुरुवार को उस वक्त हंगामे की स्थिति बन गई जब वहां पीओएस मशीन POS machine बंद हो गई। सर्वर डाउन हो जाने के कारण मशीन चल नहीं पाई इससे वहां बड़़ी संख्या में राशन लेने पहुंचे उपभोक्ताओं को राशन नहीं मिल पाया। गरीब और जरूरतमंद वर्ग के ऐसे लोग जो रोजाना काम daily work पर जाते हैं वे मजदूरी छोड़कर राशन लेने आए थे, उन्हें नहीं मिला तो हंगामे की नौबत आ गई। उन्होंने सेल्समैन से बात की तो सर्वर server down डाउन होने का तर्क दिया। इस पर महिलाएं, बच्चे सहित अन्य पुरुष परेशान होते रहे। काफी देर तक चले हंगामे के बाद भी कोई समाधान नहीं हो पाया।

 


फिर भी राशन नहीं मिलता
मामले की शिकायत कलेक्टर सहित जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी से की गई, जिस उन्होंने भी सर्वर डाउन होने का ही तर्क दिया। राशन लेने पहुंचीं पूजाबाई, होकम जाटव, पंडितजी, जतनबाई सहित अन्य ने बताया कि हमें खासी परेशानियों का सामना महज राशन लेने में आती है। दिहाड़ी पर और मजदूरी पर जाने वाले लोगों को अपना काम छोड़कर यहां आना पड़ता है फिर भी राशन नहीं मिलता। ऐसे में हमें दोहरा नुकसान होता है।

 

परेशानी पर ध्यान देना चाहिए
उपभोक्ताओं के साथ पार्षद गोपाल जाटव ने कहा कि पारदर्शिता लाने के लिए ऑनलाइन सिस्टम भले ही ठीक हो लेकिन जनता की परेशानी को भी समझना चाहिए। शासन द्वारा बताया जाता है कि मेरा आधार मेरा आधार मेरे अधिकार के तहत आधार कार्ड पर भी राशन दिया जा सकता है। यदि इसमें भी दिक्कत है तो शासन को वीडियोग्रॉफी करवाना चाहिए लेकिन गरीबों की इस परेशानी पर ध्यान देना चाहिए।

दिक्कत : ऑफ लाइन बांटा तो शॉसन के रिकॉर्ड में कम हो जाएगा राशन
मामल में खाद्य विभाग का तर्क है कि शासन के सख्त निर्देश हैं कि राशन सिर्फ ऑनलाइन ही बांटे जाएं। बिना ऑनलाइन सेटअप के राशन बांटने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। ऐसे में यदि ऑफ लाइन या मैनुअली (रजिस्ट्रर के माध्यम से) राशन बांटा जाता है तो शासन के रिकॉर्ड में यह मान लिया जाता है कि संबंधित केंद्र पर इतने ही राशन की जरूरत है।

ऐसे में अगली बार के स्लॉट में राशन की उतनी मात्रा कम हो जाती है। इस परेशानी से जिलेभर के केंद्र जूझ रहे हैं। हालांकि शासन की इसके पीछे मंशा धांधली रोकना है, लेकिन कई जगह पर्याप्त राशन नहीं पहुंच पाने से दिक्कतें भी आ रही है।


प्रदेशस्तर पर है दिक्कत
सर्वर की दिक्कत प्रदेशस्तर की है। हम ऑफलाइन नहीं दे सकते, शासन के ही ऐसे निर्देश हैं। जहां तक बात जरूरतमंदों की है तो उन्हें और हर गरीब को राशन जरूर मिलेगा। जैसे ही सर्वर की दिक्कत आई हमने वरिष्ठ अधिकारियों को रिपोर्ट डाल दी है। सर्वर चालू होते ही दोबारा राशन बंटवाया जाएगा।
एस. के. तिवारी, डीएसओ, राजगढ़

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