अचानक कैदी की तबीयत बिगडऩे लगी
शनिवार को कैदी की अस्पताल से छुट्टी हुई थी और उसे वापस जेल लाया गया था। रविवार सुबह तक वहां सामान्य रहा लेकिन सुबह 9 बजे अचानक उसकी तबीयत बिगडऩे लगी ऐसे कैदी बेजनाथ को एक बार फिर अस्पताल भेजा गया। जहां पहुंचने से पूर्व रास्तें में ही उसकी मौत हो गई। अस्पताल पहुंंचने पर मौजूद डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद जेल प्रबंधन ने इसकी सूचना कैदी के परिजनों को देते हुए उसका पीएम आदि की प्रक्रिया शुरू की।
कैदी बैजनाथ तवंर को तबीयत बिगडऩे पर गुरूवार को अस्पताल में भर्ती करवाया था। और परिजनों को सूचना दी थी उन्होंने बताया कि गर्मियों के मौसम में कैदी को हर साल परेशानी होती है। शनिवार को उसकी छ्ट्टी को गई थी। रविवार सुबह फिर से तबीयत बिगडऩे पर उसे अस्पताल ले गए जहां उसकी मौत हो गई।
जेआर मंडलोई जेलर जिला जेल राजगढ़
कुछ दिन पहले महिला कैदी की हुई थी मौत
इसके पहले अशोकनगर जिले में हत्या के आरोप में तीन साल से जेल में बंद महिला कैदी की मौत हो गई थी। महिला कैदी के अचानक बेहोश होने पर जेल प्रबंधन ने उसे जिला अस्पताल भर्ती कराया था, जहां पर चार घंटे तक इलाज के बाद महिला कैदी ने दम तोड़ दिया था। मृतका का पति भी जेल में बंद है, न्यायालय के निर्देश पर पति को पुलिस अभिरक्षा में गांव ले जाकर पत्नी का अंतिम संस्कार कराया गया था।
तीन साल से जेल में बंद थी
ईसागढ़ थाना क्षेत्र के महिदपुर गांव निवासी 58 वर्षीय मुन्नीबाई पत्नी घूमनसिंह कुशवाह हत्या और हत्या के प्रयास के आरोप में तीन साल से जेल में बंद थी। जो दो साल तक गुना जेल में रही और एक साल से अशोकनगर जिला जेल में विचाराधीन कैदी थी। जेल प्रबंधन के मुताबिक अचानक उसके सिर में दर्द हुआ और बेहोश हो गई थी, जिसे शाम को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था और रात में इलाज के दौरान मुन्नीबाई ने दम तोड़ दिया था।