सोसायटी में पहुंचे डेढ़ सौ से अधिक किसान…
दरअसल, शासन द्वारा ब्लैकलिस्टेट कर दी गई ब्यावरा सोसायटी को इस बार खरीदी का काम नहीं दिया गया है। यहां के ऑपरेटर्स और स्टॉफ को वैकल्पिक तौर पर बेलास सोसायटी में काम करने के निर्देश हैं और यहीं किसानों के आवेदन भी जमा होना है लेकिन उसी सोसायटी में पहुंचे करीब डेढ़ सौ से अधिक किसानों को स्टॉफ ने मना कर दिया और भगा दिया।
पंजीयन नहीं हो पाए…
इस पर किसानों ने सोसाटी में हंगामा कर दिया और स्टॉफ को जमकर कोसा। आरोप लगाए कि हमारे साथ बदतमीजी की गई। लसूल्डिय़ा महाराजा, सिलपटी, खरेटिया, खजूरिया, केसरियाबे, बरखेड़ा सहित अन्य गांवों के रतीराम रुहैला, भारतसिंह, रोड़सिंह सहित डेढ़ सौ से अधिक किसान पहुंचे थे जिनके पंजीयन नहीं हो पाए हैं।
एसडीएम के निर्देश पर जमा हुए आवेदन…
परेशान किसान एसडीएम प्रदीप सोनी के दफ्तर पहुंचे, जहां उन्होंने परेशानी बताई। उनके हस्तक्षेप के बाद जैसे-तैसे आवेदन लिए गए और ऑफलाइन एडजस्ट करने की बात कही गई। वहीं, जिले के प्रशासनिक अफसरों का कहना है कि यदि कुछ किसान छूट भी गए हैं तो उनके आवेदन ऑफलाइन ले लिए जाएंगे, जिनकी एक्सल शीट बनाकर शासन को भेज दी जाएगी। विशेष अनुमति लेकर ऐसे किसानों को पंजीयन के लाभ मिलेंगे।
इधर, वीसी में सख्त निर्देश : एक भी किसान न छूटे
किसानों को भले ही दिक्कत आ रही हो लेकिन वरिष्ठ अफसरों के सख्त निर्देश हैं कि एक भी किसान न छूटे। बुधवार को हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कलेक्टर और डीएसओ को खाद्य विभाग के प्रमुख सचिव ने निर्देशित किया है कि हर हाल में पंजीयन हों, अधिक से अधिक योजना का प्रचार करें।
बता दें कि इस बार गेहूं के साथ ही चना, मसूर और सरसों की खरीदी भी शासन स्तर पर होना है। साथ ही मंडी में उपज बेचने पर भी पंजीयकृत किसानों को वही लाभ मिलेगा। वहीं, गेहूं पर समर्थन मूल्य के अलावा प्रोत्साहन राशि के तौर पर 160 रुपए प्रति क्वींटल मिलना है।
ऑपरेटर कम, सर्वर भी डाउन, इसलिए दिक्कत
ब्यावरा सोसायटी ब्लेक लिस्टेड हो जाने के कारण दिक्कत आई है, पूरा काम बेलास सोसायटी को करना पड़ रहा है। प्रतिदिन दो सौ से अधिक नये आवेदन आए और ऑपरेटर कम होने के कारण पेंडेंसी बढ़ गई। एक ऑपरेटर एक दिन में 50 से 60 ही पंजीयन कर पाया, इसीलिए दिक्कतें बढ़ रही है। साथ ही जिन सोसायटियों में आवेदन ले लिए गए उनके आगे की रूपरेखा भी तय नहीं हुई, शासन स्तर पर उन्हें कोई नये निर्देश भी नहीं मिले इसलिए दिक्कत आई।
गेहूं 55241 1840
चना 25944 4620
मसूर 16568 4475
सरसों 1440 4200
(नोट : जिला खाद्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार)
काम अधिक, पोर्टल भी धीमा
हर दिन आने वाले पंजीयन हम कर रहे हैं लेकिन स्टॉफ कम है और काम अधिक। ऑपरेटर भी हमारे पास कम होने के कारण पेंडेंसी बढ़ गई है। फिर भी हमने कोशिश की पेंडेंसी कम हो लेकिन बढ़ती गई। हमने शासन को पूरा मामला बता दिया है।
-संजय नामदेव, शाखा प्रबंधक, कोऑपरेटिव बैंक, ब्यावरा
ऑफ लाइन समाधान करवाएंगे
पंजीयन की आखिरी तारीख 14 मार्च ही है, ब्यावरा सोसायटी ब्लैक लिस्टेट है। बेलास सोसायटी को काम दिया गया है। जितने आवेदन पेंडिंग हैं उनका समाधान करवाएंगे और ऑफ लाइन एक्सल शीट बनाकर शासन को भेजेंगे।
-एस. के. तिवारी, डीएसओ, राजगढ़
किसान बोले- नहीं हो पाए पंजीयन
मैसेज आने के बाद पंजीयन करवाने आए तो मना कर दिया। दो दिन से परेशान हो रहे हैं लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की। अभी तक पंजीयन नहीं हुआ।
-जगन्नाथ, किसान, निवासी कमल्या खेड़ी
तीन दिन से हम लोग आ रहे हैं लेकिन समाधान नहीं हुआ। सोसायटी के स्टॉफ ने भी बदतमीजी की। बात करने पर हमें बोल दिया कि जहां जाना है चले जाओ।
-शिवनारायण दांगी, किसान, निवासी बागौरी