scriptवार्डों की संख्या बढ़ाने नहीं आया प्रस्ताव, अगले साल होगा परिसीमन, वार्ड आरक्षण | Proposal not to increase the number of wards, next year there will be | Patrika News

वार्डों की संख्या बढ़ाने नहीं आया प्रस्ताव, अगले साल होगा परिसीमन, वार्ड आरक्षण

locationराजगढ़Published: Dec 28, 2019 12:04:19 am

Submitted by:

Praveen tamrakar

आरक्षण इसलिए टाल दिया गया, क्योंकि किसी भी नगरीय निकाय का परिसीमन नहीं हुआ

Delimitation of wards will change

Rajgarh Municipal Council Office

राजगढ़. शुक्रवार को नगर पालिका चुनाव को लेकर आरक्षण होना था, लेकिन यह आरक्षण इसलिए टाल दिया गया, क्योंकि किसी भी नगरीय निकाय का परिसीमन नहीं हुआ। ऐसे में अब यह परिसीमन या फि र वार्डों का आरक्षण अगले साल होगा। इसके लिए करीब दो सप्ताह का इंतजार करना पड़ सकता है।
जिले में 14 नगरी निकाय हैं। सारंगपुर और ब्यावरा के 18 वार्डों को छोड़ दें तो, शेष सभी नगरीय निकायों में 15 वार्ड हैं। जबकि राजगढ़ और नरसिंहगढ़ भी नगरपालिका है। अन्य निकाय नगर परिषद की श्रेणी में आते हैं। शासन के आदेश के अनुसार किसी भी वार्ड में 2000 तक मतदाता हो सकते हैं। ऐसे में यदि नरसिंहगढ़ या राजगढ़ में 15 से वार्डों की संख्या को अठारह करना है, तो इसके लिए नगरपालिका के माध्यम से एक प्रस्ताव प्रशासन के समक्ष भेजा जाएगा। हालांकि इस तरह का अभी तक कोई प्रस्ताव तैयार नहीं हुआ है जिससे वार्डों की संख्या को बढ़ाया जा सके। राजगढ़ के मतदाताओं की जनसंख्या पर यदि नजर डालें तो अभी यह 30,000 नहीं हुई है। ऐसे में यदि वार्डों की संख्या में बढ़ोतरी करना है तो परिसीमन के दौरान कुछ ग्रामीण अंचल का भाग भी लेना होगा। क्योंकि राजगढ़ नगरपालिका में मतदाता की संख्या कम है।

कुल 226 वार्ड जिले में
जिले के 14 नगरीय निकायों में 226 वार्ड हैं। इनमें समानता लाने के लिए सभी वार्डों में कुछ न कुछ परिवर्तन होगा। सभी मतदाताओं की संख्या एक जैसी नजर आएगी। आरक्षण के दौरान 108 वार्ड पर महिलाओं का आरक्षण किया जाएगा। क्योंकि शासन के नियमों के अनुसार 50 प्रतिशत महिलाओं की चुनाव में भागीदारी निर्धारित करने के लिए उन्हें 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है।
वार्डों में है असमानता
जिला मुख्यालय पर 15 वार्ड हैं, इनमें मतदाताओं की संख्या में बहुत असमानता है। इसमें वार्ड क्रमांक 14,15,5 और 8 में मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। जबकि 6,8,7 में मतदाताओं की संख्या काफ ी कम है। परिसीमन में मतदाताओं की संख्या में यदि समानता लाई जाती है, तो सबसे ज्यादा प्रभावित यही वार्ड होंगे। इससे न सिर्फ मतदाताओं के मतदान केंद्र बदलेंगे, बल्कि मतदाताओं की संख्या को बराबर किए जाने से चुनाव में भी समानता बढ़ेगी।
& अभी तक वार्डों को बढ़ाने के लिए लिए हमारे पास किसी तरह के कोई प्रस्ताव नहीं आए। लेकिन मतदाताओं की संख्या किसी वार्ड में ज्यादा है किसी में कम है। ऐसे में कुछ गलियां और मतदान केंद्रों में परिवर्तन हो सकता है।
आरपी नायक, पीओ डूडा राजगढ़
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