सिविल अस्पताल का मैटरनिटी वार्ड जहां किराये के और खुद के बिस्तर के सहारे बिताई जा रही सर्द रातें
ब्यावरा. सर्द रातों में कड़ाके की ठंड में फिर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का आलम सामने आया। सिविल अस्पताल के सबसे सेंसेटिव प्रसूती वार्ड में भी जच्चा-बच्चा को कंबल और ठंड से बचाव के सामान नहीं मिल पा रहे हैं।
फटे और पुराने कंबलों में ठिठुरती प्रसूता और नवजात को राहत दिलाने के लिए परिजन या तो घर से बिस्तर लाने को मजबूर हैं या फिर किराये के बिस्तर से उन्हें काम चलाना पड़ रहा है। दो-तीन से अचानक गिरे पारे के कारणवैसे ही आम-जीवन ठंड के कारणप्रभावित हो गया है, बावजूद इसके स्वास्थ महकमा व्यवस्थाओं को लेकर गंभीर नहीं है। लाखों, करोड़ों रुपए खर्चकर बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाने के स्वास्थ विभाग के तमाम दावे जमीन स्तर पर खोखले और बोने साबित होते नजर आरहे हैं।