scriptविद्युतीकरण और रामगंज मंडी लाइन आने से बी-क्लास हो जाएगा ब्यावरा स्टेशन | railway latest news hindi | Patrika News

विद्युतीकरण और रामगंज मंडी लाइन आने से बी-क्लास हो जाएगा ब्यावरा स्टेशन

locationराजगढ़Published: Jun 07, 2018 11:48:55 am

Submitted by:

Ram kailash napit

स्टेशन में ट्रेनों की संख्या में इजाफा, स्टॉपेज भी बढ़ेंगे, उसी हिसाब से डेवलप होगा प्लेटफार्म

rajgarh

Work is currently being done on the second platform of the station.

राजगढ़/ब्यावरा. रामगंज मंडी लाइन और मक्सी-विजयपुर तक के बचे हुए हिस्से में भी विद्युतीकरण हो जाने के बाद ब्यावरा स्टेशन पर अत्याधुनिक सुविधाएं बढ़ेंगी। फिहलाल डी ग्रेड (क्लास) का स्टेशन सीधे बी पर पहुंच जाएगा।
जैसे-जैसे स्टेशन पर अर्निंग (इनकम) बढ़ेगी उसी हिसाब से सुविधाएं भी बढऩा तय है।

फिलहाल फुट ओवर ब्रिज के साथ ही दूसरे प्लेटफॉर्म का विस्तार किया जा रहा है। प्लेटफॉर्म एक ही तर्ज पर दूसरे को भी विकसित किया जाना है। आईओडब्ल्यू द्वारा मेंटेनेंस का काम शुरू भी कर दिया गया है। अब जैसे ही ब्यावरा में जंक्शन बनेगा तो डी से बी क्लास वाला स्टेशन बन जाएगा। इससे अत्याधुनिक सुविधाओं का लाभ यात्रियों को मिलेगा।

70 लाख से डेवलप होगा सैकेंड प्लेटफॉर्म: पैबर्स, बेसमेंट पानी की टंकी, बॉथरूम, सीटिंग सहित अन्य मैंटनेंस का काम आईओडब्ल्यू द्वारा किया जा रहा है। इसके तहत फिलहाल रेलवे स्टेशन के दूसरे प्लेटफॉर्म का बेस तैयार किया जा रहा है। इसमें बेसमेंट के साथ ही पहले चरण में पैबर्स लगेंगे। साथ ही दूसरे चरण में प्लेटफॉर्म पर टीन शेड लगाने की योजना है।

…और ड्रॉइंग में उलझा ९८ लाख का एफओबी
दोनों प्लेटफॉर्म के बीच फुट ओवर ब्रिज बन जाने से स्टेशन की सूरत ही बदल जाएगी। साथ ही लोगों को काफी राहत इससे मिलेगी,लेकिन ९८ लाख रुपए की लागत से बनने वाला फुट ओवर ब्रिज अभी भी ड्रॉइंग में उलझा हुआ है। करीब सालभर पहले स्वीकृत हो चुकी राशि के बावजूद काम शुरू नहीं हो पाया है। हैदराबाद की एजेंसी के पास ड्रॉइंग के लिए उलझे एफओबी का काम काफी समय से चल नहीं पा रहा है।


ट्रेनों की संख्या और इनकम से तय होती है ग्रेड
रेलवे के अफसरों के अनुसार ए से एफ तक के ग्रेड रेलवे में होते हैं। ए ग्रेड के स्टेशनों पर सर्व सुविधा होती है, दिल्ली, मुंबई, भोपाल, इंदौर सहित अन्य बड़े स्टेशन इनमें शामिल हैं जहां यात्रियों को वाई-फाई तक की सुविधाएं होती हैं। इसके बाद बी, सी और डी के साथ ही ई, एफ ग्रेड तय की जाती है। एफ ग्रेड सबसे आखिरी की होती है जहां ट्रेन रुकती तो है लेकिन वहां न प्लेटफॉर्म होता है न ही कोई स्टेशन, महज यात्री उतरते हैं। करनवास सहित अन्य छोटे स्टेशन इसका उदाहरण हैं। बी, सी, डी और ई ग्रेड यात्रियों की संख्या और अर्निंग के हिसाब से तय होते हैं।

ये सुविधा होगी बी ग्रेड में
प्लेटफॉर्म पर क्लीन बाथरूम, वॉटर कूलर।
टिकट विंडो के साथ ही स्टॅाफ बढ़ेगा।
ट्रेनों की संख्या में इजाफा, स्टॉपेज भी बढ़ेंगे।
लाइट, पंखे सहित यात्रियों के लिए वेटिंग हॉल।
स्टेशन को शहर से जोडऩे वाला प्रमुख मार्ग पक्का होगा।
पानी की संपूर्ण व्यवस्था, समय पर सफाई भी।
(रेलवे द्वारा तय की गई गे्रडिंग के अनुसार)


रामगंजमंडी लाइन का काम शुरुआती दौर में है, जहां से होकर गुजरेगी वहां सुविधाएं बढ़ेंगी। साथ ही जो स्टेशन जंक्शन बनेंगे वहां ग्रेडिंग भी बढ़ेगी। ब्यावरा भी उनमें से ही एक रहेगा, जो डी से बी ग्रेड में पहुंच सकता है।
-आईए सिद्धिकी, पीआरओ, ब्यावरा
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो