जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत तरेना में जब बीते दिनों टीम गई तो वहां करीब आठ शिक्षक ऐसे सामने आए जिनके यहां शौचालय नहीं थे। उनमें से तीन इसी जिले में पढ़ाते हैं और बाकी अन्य जगह। जिपं सीईओ ने तरेना पंचायत में रहने वाले राजेश पिता मोतीलाल मीना प्राथमिक स्कूल पातला पानी, मकुेश कुमार पिता बद्रीलाल प्रावि सीलखेड़ा और रामप्रसाद पिता सीताराम प्रावि उमरेड़ को निलंबित कर दिया।
तीनों के घर शौचालय नहीं मिले और खुले में ही शौच करते हैं। वहीं, तरेना पंचायत के ही पांच अन्य शिक्षक जिनमें से तीन खिरकिया, एक बुधनी और एक बैरसिया जनपद में पढ़ाते हैं। उनके खिलाफ पांच-पांच हजार का जुर्माना लगाने का वहीं के सीईओ को लिखा गया है।
अंतर आया तो जीआरएस-सचिव की सेवा समाप्त होगी
जनपदों में एपीएलधारी ऐसे हितग्राहियों को भी चिह्नित किया जा रहा है जिनके घर शौचालय तो हैं,लेकिन वे राशि निकलवाने की जुगत में हैं। बीते दिनों ऐसी लिस्ट जिला पंचायत सीईओ ने जिलेभर के तमाम सचिव और जीआरएस से मांगी थी, जिसमें उन्होंने करीब 12 हजार अपात्र हितग्राहियों की सूची दी थी जो सिर्फ फोटो खिंचवाकर गलत ढंग से राशि निकालना चाहते थे। अब उन्हीं की मॉनीटरिंग करने जनपद की टीमें जा रही हैं। जिसमें सचिव, जीआरएस द्वारा बताए नाम में अंतर आ रहा है। ऐसी ही गड़बड़ संख्या वाली पंचायतों की सूची तैयार की जा रही है। अंतर आने की स्थिति में जिपं सीईओ सेवा समाप्ति की कार्रवाई करेंगे।
तीनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही अन्य शिक्षकों को उनके संबंधित जनपदों को लिखकर पांच-पांच हजार का जुर्माना भी लगाया है। आगे भी प्रशासनिक सख्ती जारी रहेगी।
-राज कुमार मंडल, सीईओ, जनपद, ब्यावरा