scriptपहले पार्क तैयार किया, अब सभी पेड़ों के संरक्षण के लिए बांधी राखी | Rakhi for the protection of trees | Patrika News

पहले पार्क तैयार किया, अब सभी पेड़ों के संरक्षण के लिए बांधी राखी

locationराजगढ़Published: Aug 27, 2018 07:20:20 am

Submitted by:

Ram kailash napit

चौपाल ग्रुप ने कचरा घर को तब्दील कर दिया पार्क में

news

  Members of the Rakhi Binding group, parked trees.

राजगढ़. एसपी बंगले के सामने कचरा घर में तब्दील हो रहे एक पार्क को चौपाल ग्रुप ने श्रमदान और जनसहयोग से तैयार करते हुए उसे खूबसूरत बना दिया। झाडियों को काटते हुए यहां कई फूल और अन्य तरह के पौधे लगाए गए। वहीं जो पेड़ बचे है उनको हमेशा हराभरा रखे और जो पौधे लगाए उन्हें पेड़ों का रूप दिया जाए। इसको लेकर चौपाल ग्रुप ने रक्षाबंधन के दिन पार्क में लगे सभी पेड़ों को राखी बांधते हुए उन्हें संवारने का संकल्प लिया।

इस दौरान चौपाल ग्रुप के कई सदस्य वहां मौजूद थे। ग्रुप के सदस्य कमल तंवर ने बताया कि प्रतिदिन हम पार्क में घूमने आते है और वहां श्रमदान कर साफ-सफाई करते है। इसी क्रम में आज घर में रक्षाबंधन बनाने से पहले हमने पेड़ों को राखी बांधी। इस अवसर पर मनोज हाड़ा, मुकेश विजयवर्गीय, नाहिद खान, गिरीराज शर्मा, जगदीश दुबे, सतीश दुबे, जितेन्द्र श्रीवास्तव, संजीव सक्सेना, संजय सक्सेना, महेन्द्र सोनगिरा, भगवान तोमर, भगवानसिंह राणावत आदि मौजूद थे।
चौराहे पर हुआ सुरक्षा संकल्प का आयोजन
पुलिस द्वारा रक्षाबंधन के अवसर पर बिरसामुंडा चौराहे पर एसपी सिमाला प्रसाद के निर्देशों और एसडीओपी पूनम थापा की मौजूदगी में सुरक्षा संकल्प कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें चौराहे पर पुलिस की मौजूदगी में कई लोगों को बालिकाओं व महिलाओं द्वारा रक्षासूत्र बांधे गए। साथ ही उन्हें महिलाओं की सुरक्षा का संकल्प दिलाया गया।
महिलाओं ने जेल के अंदर जाकर बांधी राखी
पिछले साल भोपाल में जेल ब्रेक के बाद कई तरह की पाबंदिया लगा दी गई थी। जिससे दूर-दूर से राखी बांधने पहुंची महिलाएं बाहर से ही राखी बांध सकी थी, लेकिन इस बार तमाम व्यवस्थाओं के बाद इस त्योहार को जेल के अंदर ही मनाया गया। जहां कैदियों से मिलने पहुंची बहनों को अंदर ही राखी बांधने की सुविधा दी गई।
रेशन की डोर से सजाई भाई की कलाई
भंडावद.रक्षाबंधन का पर्व गांव में धूमधाम के साथ मनाया गया। इस खास दिन पर बहनों ने अपने भाइयों के माथे पर कुमकुम, रोली एवं अक्षत से तिलक लगाया और भाई की दायीं कलाई पर रेशम की डोरी से बनी राखी बांधते हुए मिष्ठान खिलाकर बलिहार ली। राखी बंधवाने के बाद भाईयों ने भी बहन को रक्षा का वचन देते हुए आशीर्वाद लिया और उपहार भेंट किए। सुबह से शुरु हुआ राखी बांधने का सिलसिला दिनभर चलता रहा। जहां कुछ भाईयों ने बहनों के घर पहुंच राखी बंधवाई, तो अधिकांश जगहों पर बहने भाईयों के घर पहुंची और पवित्र धागे को पावन पर्व पर सभी मे अच्छा उत्साह देखने को मिला यह पर्व उल्लास ओर भाईचारे का प्रतिक भी माना जाता हे
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो