स्थानीय लोगों से जानकारी मिलने पर बोड़ा पुलिस करीब आधे घंटे बाद मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक कार में लगी आग ने डंपर को भी अपनी चपेट में ले लिया था। ऐसे में काफी देर तक वहां बचाव कार्य नहीं हो सके। कुछ समय बाद फायर ब्रिगेड वहां पहुंची तब जाकर आग पर काबू पाया गया।
घटना की जानकारी के बाद एसपी प्रदीप शर्मा, एसडीओपी सहित अन्य लोग भी मौके पर पहुंच गए थे। जिनकी मौजूदगी में घटना की जांच करते हुए थाना प्रभारी के परिजनों को घटना की सूचना दी गई। बताया जा रहा दुर्घटना में मृत थाना प्रभारी अशोक तिवारी दो दिन पूर्व छुट्टी लेकर अपनी बेटी की सगाई में शामिल होने के लिए इलाहाबाद उत्तरप्रदेश गए थे। रविवार को वे भोपाल आए थे, जहां से अपनी कार कं्रमाक एमपी 04 सीएन 2390 से भोपाल से लीमा चौहान लौट रहे थे।
इसी बीच दोपहर करीब सवा दो बजे कुरावर के आगे बोड़ा-बोरखेड़ा जोड़ पनवाड़ी कंडारा कोठरी के मध्य उनकी कार की सीधी टक्कर सामने की ओर से आ रहे रेत के डंपर क्रंमाक एमपी 04 एचई 5007 से हो गई। जिसके बाद कार में अचानक आग लग गई। हादसे के बाद डंपर सवार तो मौके से फरार हो गया लेकिन थाना प्रभारी तिवारी की मौत वहीं जलती कार में हो गई। बताया जा रहा जिस समय हादसा हुआ उसी दौरान प्रभारी मंत्री का काफीला सड़क से गुजरने वाला था। ऐसे में बोड़ा थाना प्रभारी सहित अन्य पुलिसकर्मी व्यवस्था में लगे थे। ऐसे में हादसे के काफी देर बाद तक पुलिस टीम, फायर ब्रिगेड और एम्बूलेंस मौके पर नहीं पहुंच पाई।
आधे घंटे पहले लिया था थाना का अपडेट
अशोक तिवारी के साथ हुए हादसे की खबर जैसी ही लीमाचौहान थाने के पुलिस कर्मियों को लगी वहां मायूसी छा गई। पुलिसकर्मी अभयराज रघुवंशी, रफीक खान, दिनेश शर्मा ने बताया कि तिवारी ने 2 मार्च को इसी साल लीमाचौहान थाने का चार्ज संभाला था। उन्होंने उनके सहयोगी व्यक्तित्व की बात कही। थाने में पदस्थ प्रधानआरक्षक राजकुमार शर्मा ने बताया कि घटना के कुछ देर पहले दोपहर करीब 1.35 बजे उनकी बात अशोक तिवारी से हुई थी, जिसमें उन्होंने इलाहाबाद से कन्फर्म टिकट नहीं मिलने के कारण रात भर वेटिंग में सफर करने की बात करते हुए थाने की जानकारी ली थी, इसमें उन्होंने दो सवा दो बजे तक थाने पहुंचने की बात कही थी लेकिन कुछ देर बाद ही उनके साथ हुए हादसे की जानकारी थाने पहुंच गई।
धड़ल्ले से दौड़ते हैं रेत के डंपर
इन दिनों कन्नौद से शुजालपुर और हाइवे का निर्माण चल रहा है। इन सड़कों में रेत का उपयोग खासा हो रहा है। ऐसे में कुरावर से लेकर पचोर तक सकरे रास्ते से बड़ी संख्या में रेत का परिवहन हो रहा है। कभी कभार इन वाहनों पर कार्रवाई भी होती है्र, लेकिन अधिकांश समय अवैध रूप से चलने वाले डंपरों को जिम्मेदार अपनी सांठगांठ कर चलने देते हैं। जिसके कारण इन रास्तों पर हादसों का डर बना रहता है।
भोपाल से लौटते समय लीमाचौहान थाना प्रभारी अशोक तिवारी की कार दुर्घटना में मौत हुई है। उनके परिजनों को सूचना दे दी गई है। फिलहाल हादसे की जांच की जा रही है।
प्रदीप शर्मा एसपी राजगढ़