लेकिन अब इसका असर राजस्थान सीमा से लगे राजगढ़ जिले खासकर राजगढ़ शहर में दिखने लगा है। यहां छोटे दुकानदारों और ग्राहकों द्वारा पांच और दस के सिक्के लेने में तो कोई आनाकानी नहीं की जा रही, लेकिन एक और दो के छोटे सिक्के से लेनदेन करने से मना किया जा रहा है।
एक और दो के नोट लेनेदेन के लिए उपलब्ध नहीं
शहर में इसकी शुरूआत नए बसस्टैंड क्षेत्र से हुई है। जहां दुकानों पर पहुंचने वाले ग्राहक खरीदी के बाद शेष राशि के बदले छोटे सिक्के लेने से मना कर रहे है। जबकि एक और दो के नोट अब लेनेदेन के लिए उपलब्ध नहीं है। ऐसे मेें सर्वाधिक समस्या मेडिकल, चाय, पान के दुकानदारों को हो रही है। जिन्हें लगभग हर लेनदेन के बाद छुट्टे पैसे देने की आवश्यकता होती है।
दुकानदार भी सिक्के लेने से मना करते है
नए बसस्टैंड स्थित मेडिकल शॉप के संचालक अशोक गुप्ता ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से ग्राहकों द्वारा एक दो के सिक्के लेने से मना किया जा रहा है। ऐसे में दवाई गोली के पांच से अधिक रूपए होने पर ग्राहकों को छुट्टे पैसे को लेकर आए दिन विवाद की स्थिति बन रही है। उन्होंने बताया कि ग्राहकों के साथ ही कई छोटे दुकानदार भी सिक्के लेने से मना करते है।
जागरूकता के लिए कोई प्रयास नहीं
शहर के कुछ दुकानदारों ओर अन्य लोगों के अनुसार पिछले कुछ दिनों से लोगो द्वारा छोटे सिक्के लेने से मना किया जा रहा है। दरअसल लोगों में इस बात की अफवाह है कि जल्द ही कुछ विशेष आकार-प्रकार के सिक्के बंद होने वाले है। जबकि रिजर्व बैंक द्वारा किसी भी प्रकार के सिक्के बंद होने के कोई निर्देश नहीं है। इसके बावजूद बैंक प्रबंधन, राजस्व विभाग या अन्य किसी जिम्मेदार अधिकारी द्वारा लोगो में फैल रही इस अफवाह को दूर करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया है। यदि समय रहते कोई सुधार नही हुआ तो यहां भी राजस्थान की तरह सिक्को से लेनदेन बड़ी समस्या हो जाएगी।