अधिकतर ज्यादा उम्र वालों की ही हुई है मौत
अभी तक जितने भी लोगों की मौत कोरोना के कारण हुई है उनमें से अधिकतर या तो पहले से बीमार थे या उम्र दराज थे। राजगढ़ की शंकर कॉलोनी में सामने आईं एएनएम भी 58 साल की थीं। बीच में कुछ दिन पहले उनकी तबीयत बिगड़ी थी तब उन्हें वेंटिंलेटर पर रखा गया था और परिजनोंं को बुलाया गया था। कोरोना से जंग लड़ते-लड़ते आखिरकार उन्होंने सोमवार को अंतिम सांस ली। इससे पहले ब्यावरा और सारंगपुर में भी कोरोना के कारण मौतें हो चुकी हैं।
पाड़ल्या माता.एक दिन पहले पाड़ल्या माता में सामने आए 80 वर्षीय कोरोना मरीज आखिरकार रात 11 बजे घर ही मिला। दिनभर स्वास्थ्य और राजस्व विभाग की टीमें उसे ढूंढ़ती रही लेकिन नहीं मिल पाया था। मरीज की जानकारी के मिलने के बाद राजगढ़ से एंबुलेंस बुलाई गई। वार्ड-13 निवासी मरीज को सिविल अस्पताल में अब क्वारेंटीन किया गया है। बता दें कि पहले जब टीम पहुंची तो संबंधित मरीज के मोबाइल नंबर पर कोई फोन रिसिव नहीं कर रहा था। दिनभर टीमें भटकती रही लेकिन किसी ने बुजुर्ग का पता नहीं बताया। रात में बड़ी मुश्किल के बाद विभाग की टीम ने उसे ट्रेस किया गया। उसे सिविल अस्पताल में क्वारेंटीन किया गया। संपर्क में आए 12 लोगों के सैम्पल लिए गए हैं। साथ ही अभी तक यह भी स्पष्ट नहीं हो पाया कि आखिर मरीज को विभाग ढूंढ़ क्यों नहीं पाया?
सात सारंगपुर, एक जीरापुर
जीरापुर के एक रिटायर्ड पटवारी की रिपोर्ट इंदौर में पॉजिटिव आई है। राजगढ़ की एएनएम की मौत भोपाल में कोरोना से हो गई। शाम को सारंगपुर में सात नये मामले सामने आए हैं।
-डॉ. महेंद्रपाल सिंह, नोडल अधिकारी, कोविड-19, राजगढ़