कर्मचारियों ने कहा कि नगरीय निकायों में पिछले दस साल से काम करने वाले कर्मचारियों को नियमित करने की प्रकिया प्रदेश शासन द्वारा की जा रही है। इसके लिए नगरीय निकाय संचनालय और सामान्य प्रशासन विभाग ने नगरपालिका से ऐसे कर्मचारियों की सूची मंगाई थी। जो नपा की विभिन्न शाखाओं में 2007 के पूर्व से मस्टर या अस्थाई कर्मचारी के रूप में अपने सेवाएं देते आ रहे हो।
जिले के कुछ निकायों से यह सूची भेज भी दी गई है, लेकिन राजगढ़ नगरपालिका ने अब तक यह सूची नहीं भेजी है। यदि समय पर सूची नहीं पहुंची और बाद में इस निर्देश में कोई संशोधन हो गया तो दस बारह साल से लगातार सेवा और प्रतीक्षा के के बावजूद कर्मचारी नियमिति करण से वंछित रह जाएंगे। कर्मचारियों से ज्ञापन लेते हुए विधायक ने नगरपालिका से चर्चा कर सोमवार तक उनकी सूची सचिवालय भेजवाने को आश्वसन दिया।
30 सितंबर तक भेजना थी सूची
मुख्यमंत्री शिवराज चौहान द्वारा नगरीय निकाय के कर्मचारियों के सम्मलेन के दौरान दस वर्ष से काम करने वाले कर्मचारियों को नियमित करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद नगरीय निकाय संचनालय ने इस निेर्देश के आधार पर एक अगस्त को प्रदेश की सभी निकायों में सूचना भेज 30 सितंबर तक इस श्रेणी में आने वाले कर्मचारियों की सूची अनिवार्य रूप से मंगाई थी।
मुख्यमंत्री शिवराज चौहान द्वारा नगरीय निकाय के कर्मचारियों के सम्मलेन के दौरान दस वर्ष से काम करने वाले कर्मचारियों को नियमित करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद नगरीय निकाय संचनालय ने इस निेर्देश के आधार पर एक अगस्त को प्रदेश की सभी निकायों में सूचना भेज 30 सितंबर तक इस श्रेणी में आने वाले कर्मचारियों की सूची अनिवार्य रूप से मंगाई थी।
आदेश को जारी हुए चार माह बीत चुके है, जबकि अंतिम तिथि भी चार माह पूर्व निकल चुकी है, लेकिन राजगढ़ नगरपालिका अपने कर्मचारियों की सूची भेजना तो दूर अब तक ऐसे कर्मचारियों की सूची तैयार तक नहीं कर पाई है। विशेष बात तो यह है कि नगरीय संचनालय ने भी अपने दिए हुए निर्देश को पूर्ण नहीं करने वाली नपा पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की।