आम तौर पर 21 से 2200 रु. प्रति क्वींटल तक पहुंच चुकी मक्का 1300 से 1400 तक सिमट गई है, वहीं, सोयाबीन जो कि 4600 के पार पहुंच गई थी वह 27०० से 3200 तक सिमटी है। अभी तक के सबसे मंदे दौर में धनिया गुजर रहा है। इसका भी कारण व्यापारियों को समझ नहीं आ रहा। स्थिति यह है कि 15000 रु. प्रति क्वींटल में बेचा जाने वाला धनिया अब 5000-6000 के बीच ही अटका हुआ है। यानि पूरे कृषि बाजार में भरपूर सीजन में मंदी का दौर चल रहा है। इससे किसानों के साथ ही थोक गल्ला व्यापारियों का गणित भी गड़बड़ा गया है।
प्रमुख उपज के भाव पर असर
उपज भाव पहले भाव अब
मक्का 2100-2200 1300-1400
गेहूं 2000-2200 1800-2000
सोयाबीन 3800-4600 2750-3600
धनिया 10000-14000 5000-6000
(नोट : ब्यावरा मंडी के व्यापारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार)
व्यापारी बोले- स्थानीय व्यापार पर बड़ा ज्यादा असर
लोकल की खपत में भी अंतर आया है। साथ ही मुर्गी दाना और अन्य उपज पर असर पड़ा है। इससे पूरी तरह से खरीददारी गड़बड़ा गई है। कब तक तेजी आएगी कुछ कहा नहीं जा सकता।
-पवन कुमार अग्रवाल, मे. पवन कुमार-बाबूलाल फर्म, कृषि मंडी, ब्यावरा
कोराना वायरस क्या आया हमारा पूरा गणित ही इसने बिगाड़ कर रख दिया है। मक्का और सोयाबीन का निर्यात नहीं होने से सात-आठ सौ तक की कटौती हुई है। इतनी मंदी पहले नहीं आई।
-शिखरचंद्र जैन, मे. नरेंद्र-शेखर फर्म, कृषि मंडी, ब्यावरा