इस पर 15 फरवरी से काम शुरू करने की योजना बनाई गई, जिसे 15 मार्च तक हर हाल में पूरा करने की डेड लाइन दी गई है। श्रीअस्थाना ने बताया कि यदि आज समय पर ये नहीं आते तो हम पूरी तरह से ब्लेकलिस्टेड कर देते। करीब 75 लाख रुपए की लागत से लगाए जाने वाले पैवर्स ब्लॉक का महज पांच प्रतिशत काम ही गुना नाके की ओर हुआ है, जिसमें भी घटिया क्वालिटी के पैवर्स होने से महीनेभर में ही वे धंसने लगे। एसडीएम ने इस पर भी कहा कि क्वालिटी से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
महीनेभर के भीतर मुल्तानुपरा से गुना नाके तक का पूरा काम हर हाल में किया जाना है। साथ ही 100 एमएम के बेहतर क्वालिटी का काम किया जाना चाहिए। यानि अब उम्मीद जताई जा रही है कि महीनेभर में काम पूरा कर लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि घटिया क्वालिटी के पैवर्स ब्लॉक लगाए जाने और 100 की जगह 60 एमएम के ही पैवर्स लगाने पर पत्रिका ने जुलाई-2019 में प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी, जिसके बाद से काम रोक दिया गया था और ठेकेदार ने दोबारा शुरू ही नहीं किया।
साथ ही जिम्मेदारों ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया। इसके बाद अब एसडीएम ने बतौर प्रशासक सख्ती से इस मुद्दे पर अमल किया और नोटिस जारी कर ठेकेदार को जवाब-तलब किया। तब जाकर अब पैवर्स ब्लॉक लगाए जाने की उम्मीद जागी है।