फिलहाल टाउन व जंक्शन में 12 उच्च जलाशय हैं। प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद पीएचईडी केवल पांच उच्च जलाशय का ही प्रयोग करेगी। इनमें से टाउन धानमंडी व कल्याण भूमि के पास स्थित उच्च जलाशय शामिल हैं। भटनेर दुर्ग के पास स्थित टंकी को काम में नहीं लिया जाएगा। जंक्शन की खुंजा व सेक्टर-12 के अलावा कोई भी टंकी पेयजल सप्लाई में काम नहीं ली जाएगी। अधिकारियों की माने तो टाउन व जंक्शन में चालीस हजार पेयजल मीटर लगने से शहर के नागरिक अत्यधिक बिल आने की आशंका के चलते पानी की बचत करेंगे। इसका फायदा भविष्य में दिखेगा।
यह होगा कार्य संगरिया बाइपास पर आरयूआईडीपी नहर के पानी का 758 लाख का स्टोरेज टैंक का निर्माण किया जाएगा। यह पानी 34 लाख लीटर की क्षमता के ग्राउंट वाटर स्टोरेज में एकत्र कर पानी को स्वच्छ कर सप्लाई किया जाएगा। इसके अलावा सात लाख लीटर पेयजल क्षमता के चार सीडब्ल्यूआर का भी निर्माण होगा। यहां से पानी को पंप करके टाउन व जंक्शन के चालीस हजार घरों में पहुंचाने का कार्य होगा।
नहीं होगा लीकेज टाउन व जंक्शन के विभिन्न इलाकों में 34.51 किलोमीटर की मुख्य पेयजल पाइप लाइन डाली जाएगी। इन बड़ी पाइप लाइन से हाई पॉलिथिन एथीलिन की 500 किलोमीटर छोटी पाइप लाइन घरों तक डाली जाएगी। इससे भविष्य में पाइप लाइन लीकेज होने का भी डर नहीं रहेगा। इसके अलावा टाउन व जंक्शन में चालीस हजार पेयजल मीटर लगाने का कार्य भी इसी प्रोजेक्ट में होगा।
इसको भी किया शामिल आरयूआईडीपी ने 290 करोड़ के प्रोजेक्ट में शहर में शेष रही सीवरेज पाइप लाइन डालने का कार्य भी शामिल किया है। इसमें फर्म को टाउन व जंक्शन में 133 किलोमीटर सीवरेज लाइन डालनी होगी। इसमें जंक्शन में चार लाख लीटर व टाउन में दो लाख लीटर का पंप हाऊस बनाया जाएगा।