पिछले साल की यदि हम बात करें तो लगभग 400 क्विंटल बीज की सब्सिडी किसानों के खाते में आ गई, लेकिन 500 क्विंटल बीज जिन किसानों को वितरित किए गए उनकी सब्सिडी अभी तक जमा नहीं हुई है। हां इतना जरूर है कि जो सब्सिडी का बीज किसानों को दिया गया उसकी राशि जरूर पूरी जमा करवा ली जाती है।
जिले में खरीफ 2022 की बोवनी का अनुमान-
फसल : हैक्टेयर
धान : 900
मक्का : 63,000
ज्वार : 1800
315 : 18,000
मूंग : 2900
लाल तुवर : 4000
मूंगफली : 1500
सोयाबीन : 334000
अन्य : 1900
जिले में बड़ा सोयाबीन का रकबा-
सोयाबीन फसल का रकबा जिले में लगातार बढ़ रहा है। किसान अन्य पशुओं की तुलना में सोयाबीन की तरफ ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। यही कारण है कि पिछले साल तक सोयाबीन 3,34,000 हेक्टेयर भूमि में बोई गई थी, जो इस साल बढ़कर 3,36,000 हेक्टेयर में बोई जाने का अनुमान है। करीब 2000 हेक्टेयर ज्यादा रकबा बड़ा है। इसी अनुमान के कारण इस बार सोयाबीन का बीज भी अधिक मंगाया गया है।
खेत बने, किसान बोबनी के लिए तैयार
मौसम की आवक देख किसानों ने अपने खेत पहले ही तैयार कर लिए थे और अब जैसे ही बारिश का दौर शुरू हुआ है। किसान अपनी बोवनी भी शुरू कर देंगे, यही कारण है कि कुछ दिन पहले जिले में सोसाइटी और कृषि विभाग के पास बीज नहीं आया था, तो किसान चिंतित थे, लेकिन अब बारिश आने के साथ ही बीज भी सोसायटियों के माध्यम से दिया जाएगा। क्योंकि अभी पर्याप्त मात्रा में सोयाबीन का बीज आ चुका है।
पूर्व में ही किसानों के खातों में सब्सिडी डाल दी गई, जो रह गए हैं उनके खातों में भी 10-12 दिन में राशि दे दी जाएगी और जो बीज अब तक नहीं आया था वह पर्याप्त मात्रा में आ चुका है। किसान विभिन्न सोसाइटी से बीज ले सकते हैं।
- हरीश मालवीय, उप संचालक, कृषि