एक छोटी सी डायरी में तीन पन्नों के सुसाइड में ये बातें मुकेश सोनी ने लिखीं। मूल रूप से धानमंडी, ब्यावरा और वर्तमान में राजगढ़ के गणेशंगज में रहने वाले मुकेश पिता भगवानदास सोनी (58) ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली।
डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया
बुधवार को ब्यावरा के निवास पर उल्टियां करने के बाद परिजन उन्हें निजी नर्सिंग होम लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद सिविल अस्पताल में उनका पोस्टमॉर्टम हुआ। पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने फिलहाल मर्ग कायम कर जांच शुरू की है। पुलिस ने सुसाइड नोट भी जब्त कर लिया है। उसी के आधार पर जांच की जा रही है।
पिता होने का फर्ज नहीं निभा पाया
मानू, चिन्टी मुझे माफ करना, मैं पिता होने का फर्ज नहीं निभा पाया
तीन पन्नों के सुसाइड नोट में सोनी ने अपने बच्चों के लिए लिखा है कि मानू (28) और चिन्टी (25) मुझे माफ करना। बच्चों मैं तुम्हारे पिता होने का फर्ज नहीं निभा पाया। भाई (उनके ही भाई के लिए) आप मेरे बच्चों का ख्याल रखना। आप ही उनका पूरा परिवार हो। मेरे मरने के बाद मेरे हिस्से का बंटवारा कर बच्चों को दे दें। कर्ज के लिए कोई भी मेरे बच्चों को परेशान न करें। कलेक्टर, एसपी मेरी मदद करें।
फिलहाल मर्ग कायम किया है
फिलहाल मामले में मर्ग कायम किया गया है। परिजनों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। सुसाइड नोट मिला है लेकिन उसमें किसी का नाम नहीं लिखा है। यदि परिजन किसी पर आरोप इत्यादि लगाते हैं तो उसकी जांच की जाएगी।
-डी. पी. लोहिया, टीआई, ब्यावरा