राजगढ़

फिर खुली टैक्स चोरी की फाइल, जांचने पहुंचे मंडी बोर्ड के ऑडिटर्स

ब्यावरा मंडी की टैक्स चोरी की फाइल मंडी बोर्ड ने एक बार फिर खुलवाई है।

राजगढ़Oct 12, 2019 / 11:50 pm

Praveen tamrakar

Biaora Biaora Agricultural Produce Market.

ब्यावरा. कागजों में हेर-फेर कर रेकॉर्ड नहीं होने का तर्क देकर टाल दी गई ब्यावरा मंडी की टैक्स चोरी की फाइल मंडी बोर्ड ने एक बार फिर खुलवाई है। इसे जांचने के लिए शनिवार को मंडी बोर्ड से दो ऑडिटर्स आए, उन्होंने तमामरेकॉर्ड खंगाले। दरअसल, अनुबंध में किए गए हेर-फेर के तहत ब्यावरा मंडी में सितंबर, अक्टूबर और नवंबर-2015 में की गई गड़बड़ी करीब दो साल पहले सामने आई थी। इसमें से ब्यावरा मंडी के 74 पंजीकृत व्यापारियों में से 61 दोषी पाए गए थे। इन्होंने अनुबंध तो कटवा लिया था, लेकिन जमा नहीं किया।

इससे मंडी बोर्ड को तीन माह में करीब 30 लाख 60 हजार 168 रुपए का चूना लगाया गया था। अन्य मंडियों के इंस्पेक्टर और कर्मचारियों ने जब यह रेकॉर्ड तत्कालीन एसडीएम अंजली शाह के निर्देश पर खंगाला था तो हकीकत सामने आई थी। इस पर पर्दा डालने की न सिर्फ दोषियों ने कोशिश की बल्कि मंडी कर्मचारियों ने भी आपस में मिलीभगत कर इसका खात्मा करने की योजना बनाई थी। हायर लेवल पर सेटिंग भी की लेकिन अब उस समय के अधिकारी बदल गए और इससे फाइल बंद कर दी थी, वह कारण ढूंढ़ लिया गया। जिस रेकॉर्ड संधारण का तर्क देकर तत्कालीन सचिव ने जांच बंद करवा दी थी वह फिर से खोल ली गई है।
भोपाल मंडी बोर्ड से आए ऑडिटर एन पाटिल और साकेत ने उक्त टैक्स चोरी की फाइल दोबारा खोली और उसका पूरा रेकॉर्ड प्राप्त कर लिया है। इसमें यह भी स्पष्ट हो चुका है कि उस दौरान हुई खरीदी का अनुबंध कटा ही नहीं। अब दोबारा होने वाली जांच में संबंधित व्यापारियों से न सिर्फ पांच गुना पेनल्टी वसूली जाएगी, बल्कि अन्य कार्रवाई भी की जाना तय हुआ है।

पुलिस ने बुलाई फर्जी गेट पास की फाइल
टैक्स चोरी के साथही फर्जी गेट पास का मामला भी फिर से गरमा गया है। इसकी फाइल सिटी पुलिस ने ब्यावरा मंडी से दोबारा मंगवा ली है। अब इसमें संबंधित फर्म पर धोखाधड़ी का प्रकरण बनाया जाएगा और वसूली भी की जाएगी। बता दें कि मार्च-2017 में एसडीएम ने एक और गड़बड़ी पकड़ी थी। इसमें फर्जी गेट पास के माध्यम से लाखों रुपए का टैक्स चुराकर देशभर में माल भेजा जा रहा था। मंडी की सील और सहायक उप-निरीक्षक के हस्ताक्षर युक्त फर्जी गेट पास भी मौके पर मिला था। इसमें संबंधित फर्म (ओम-पूनमचंद्र) का नाम दर्ज था, उसे ही दोषी भी पाया था। साथ ही मंडी कर्मचारियों की मिलीभगत भी सामने आई थी। उसमें जांच और कार्रवाई होनी शेष है।
&टैक्स चोरी के मामले में ऑडिटर्स रेकॉर्ड खंगाल रहे हैं। उस दौरान जो जांच हुई थी वह भी सही थी। उसमें अनुबंध नहीं कटाने का मामला था और टैक्स चोरी भी हुई थी। अब मंडी बोर्ड के निर्देश पर पेनाल्टी वसूलेंगे और कार्रवाई भी होगी। जहां तक थाने से मांगी गई जानकारी की बात है तो हम वह भी मुहैया करवाएंगे।
-एल.एन. दांगी, सचिव, कृषि उपज मंडी समिति, ब्यावरा
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