scriptसांसद के आदर्श गांव गांगाहोनी में उन्हीं की निधि की राशि नहीं मिली, विधायक निधि भी अटकी, नजीता भवन ही नहीं बने | The amount of his funds was not found in the ideal village of Gangahan | Patrika News

सांसद के आदर्श गांव गांगाहोनी में उन्हीं की निधि की राशि नहीं मिली, विधायक निधि भी अटकी, नजीता भवन ही नहीं बने

locationराजगढ़Published: Feb 23, 2020 07:57:40 am

– गांगाहोनी पहुंचा केंद्री दल, ग्रामीणों से जाना रिव्यू- ग्रामीण बोले- कई जरूरतमंदों को आवास नहीं मिला, हाई स्कूल की मान्यता मिली लेकिन बिल्डिंग नहीं बनीं

सांसद के आदर्श गांव गांगाहोनी में उन्हीं की निधि की राशि नहीं मिली, विधायक निधि भी अटकी, नजीता भवन ही नहीं बने

सांसद के आदर्श गांव गांगाहोनी में उन्हीं की निधि की राशि नहीं मिली, विधायक निधि भी अटकी, नजीता भवन ही नहीं बने

ब्यावरा@राजेश विश्वकर्मा की रिपोर्ट…
शासन स्तर की विभिन्न योजनाओं की मॉनीटरिंग करने दिल्ली से आए केंद्रीय दल ने शनिवार को ग्राम पंचायत गांगाहोनी का रिव्यू किया। यहां उन्हें पंचायत स्तर पर आ रही विभिन्न हककीतें देखने को मिली।
दिल्ली से आए नेशनल लेवल मॉनीटर रिटायर्ड बिग्रेडियर पीके भटनागर और एनएलएम नागेंद्र प्रसाद सुबह 10.40 बजे ग्राम पंचायत गांगाहोनी पहुंचे। वे वहां सरपंच, सचिव सहित ग्रामीणों से रूबरू हुए। यहां सबसे बड़ी हकीकत यह सामने आई कि जिस गांगाहोनी को सांसद ने आदर्श गांव बनाया, उसी में उन्हीं के मद की राशि अभी तक नहीं पहुंच पाई।
सांसद निधि से करीब 08 लाख रुपए बनने वाले सामुदायिक भवन और 02 लाख की पानी की टंकी की राशि नहीं आने से अभी तक काम शुरू नहीं हो पाया। सिर्फ कागजों तक ही वे तमाम घोषणाएं सीमित रहीं। वहीं, विधायक निधि से भी एक सामुदायिक भवन बनना था जो कि नहीं बन पाया है। इन बिंदुओं को केंद्रीय दल ने नोट किया। साथ ही अन्य फीडबैक भी लिए। जिसमें ग्रामीणों ने कहा कि हमारे यहां हाई स्कूल की मान्यता तो दो साल पहले ही मिल गई लेकिन वह मीडिल और प्रायमरी स्कूल की बिल्डिंग में ही संचालित हो रहा है।
सांसद के आदर्श गांव गांगाहोनी में उन्हीं की निधि की राशि नहीं मिली, विधायक निधि भी अटकी, नजीता भवन ही नहीं बने
इसके लिए बिल्डिंग बनना थी जो आज दिनांक तक नहीं मिली। इस पर दल ने उनकी बात को सुना और नोट किया। बता दें कि उक्त दल सात दिन तक जिले में ही रहेगा, जहां विभिन्न बिंदुओं के आधार पर ग्रामीणों से फीडबैक लिया जाएगा।
दूध डेयरी वालों ने नहीं दिया ग्रामीणों को लाभ
दूध डेयरी पर मिलने वाली सब्सिडी और स्कीम का लाभ उक्त गामीणों को नहीं मिला। उन्होंने बताया कि हमें इस मद से मिलने वाली सहायता मिल ही नहीं पाई। ऐसे अन्य बिंदू भी दल के सामने आए, जिनमें 2011 की जनगणना में छूट चुके जरूरतमंद हितग्राहियों को न आवास मिला न ही शौचालय।
कई अकेले रहने वाले जरूरतमंद और गरीब बुजुर्ग तक इससे परेशान हो रहे हैं। वहीं, स्व-सहायता समूह को लेकर भी महिलाओं ने परेशानी बताई कि हमें तो लाभ मिलता ही नहीं। इस दौरान केंद्रीय दल के साथ सीईओ सतीशदत्त शर्मा, एपीओ मनरेगा मनीष दुबे, बीसी राजेंद्र दांगी, सरपंच मुन्नालाल लोधा, सचिव इंदरसिंह मीना, कमल गोरसिया, एनआरएल से रंजीत सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।
रिव्यू लेने आई है टीम
दिल्ली से रिव्यू लेने एनएलएम की टीम आई हुई है। वे सीधे ग्रामीणों से ही संवाद कर रह ेहैं। उन्हीं से फीडबैक लेकर रिपोर्ट वरिष्ठ अफसरों को सौंपेंगे। पहले दिन शनिवार को गांगाहोनी में रिव्यू लिया गया।
– सतीशदत्त शर्मा, सीईओ, जनपद पंचायत, ब्यावरा

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