scriptकन्याशाला की छात्राओं ने नाटक से समझाया नातरा-झगड़ा और बाल विवाह का प्रॉरूप | The girls of Kanyasala, more than the big schools, explained the drama | Patrika News

कन्याशाला की छात्राओं ने नाटक से समझाया नातरा-झगड़ा और बाल विवाह का प्रॉरूप

locationराजगढ़Published: Jan 09, 2020 12:04:58 pm

– कलेक्टर, एसपी और विधायक ने सराहा- कलेक्टर, एसपी और विधायक ने किया संबोधित, मौजूद रहीं कन्या शाला की 1500 से अधिक छात्राएं

कन्याशाला की छात्राओं ने नाटक से समझाया नातरा-झगड़ा और बाल विवाह का प्रॉरूप

कन्याशाला की छात्राओं ने नाटक से समझाया नातरा-झगड़ा और बाल विवाह का प्रॉरूप

ब्यावरा. जिले को नातरा और झगड़ा प्रथा से मुक्त करने चलाए जा रहे जिला प्रशासन के अभियान के तहत कलेक्टर, एसपी ब्यावरा पहुंचे। कन्या शाला में उन्होंने करीब डेढ़ हजार छात्राओं को संबोधित किया। साथ ही सभी को नातरा और झगड़ा प्रथा पर रोक लगाने, अंकुश लगाने के लिए प्रेरित किया।
इससे पहले जिले के सबसे बड़े कन्या हायर सैकेंडरी स्कूल की प्रतिभावान छात्राओं ने बड़े और नामी स्कूलों को पछाड़ते हुए बाल विवाह पर आधारित नाटक की प्रस्तुति दी। जिसमें दिखाया गया कि किस तरह छह साल की बच्ची और बच्चे की शादी कर दी जाती और प्रशासन की टीम आकर बाल विवाह रुकवाती है।
छात्राओं ने रंगमंच की तर्ज पर प्रस्तुति दी। जिसकी सराहना मंचीसीन अतिथियों ने की। कलेक्टर ने निधि निवेदिता ने छात्राओं से कहा कि जिले को नातरा और झगड़ा प्रथा से मुक्त बनाना है। इसके लिए छात्राओं को आगे आना होगा, अपने माता-पिता को समझाना होगा।
उन्होंने कहा कि पुरुष वर्ग महिलाओं, बेटियों की आवाज बनकर आगे आए। इस मिशन में जिला प्रशासन की मदद करे। विधायक गोवर्धन दांगी ने भी संबोधित किया। इस दौरान एसडीएम, तहसीलदार, जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।
एसपी बोले- दहेज देने में सभी को आपत्ति, लेकिन लेने में मन बदल लेते हैं-
छात्राओं को संबोधित करते हुए एसपी प्रदीप शर्मा ने कहा कि आज समाज में झगड़ा-नातरा प्रथा सहित बाल विवाह, दहेज इत्यादि आज छात्राओं की तरक्की में बाधा बन रहा है। इसके लिए हमें काफी जागरूरक होना पड़ेगा। आज समाज की स्थिति यह है कि दहेज देने में सभी को आपत्ति है, विरोध भी करते हैं लेकिन लेने के लिए मन बदल जाता है। लालच आ जाता है। इस लालच को छोडऩा होगा, बदलना होगा, तभी बात बन पाएगी।
छात्राओं, श्रोताओं को छोड़ कलेक्टर तक सिमटे रहे नोडल अधिकारी
कार्यक्रम में संचालन कर रहे शिक्षा विभाग के कर्मचारी और नातरा-झगड़ा प्रथा के नोडल अधिकारी संजीव सक्सेना बजाए छात्राओं और श्रोताओं को संबोधित करने के कलेक्टर तक सिमटे रहे। खुद वाहवाही बंटोरने के फेर में एक ही जगह केंद्रीत रहे।
कन्याशाला परिसर में मौजूद लोगों ने इसकी कड़ी आलोचना की। सक्सेना पूरे समय गुणगान करने में लगे थे न कि योजना की जानकारी दे रहे थे। बच्यिों को सीधा संबोधित करने के बजाए पूरे समय मंच पर ही बातें कर रहे थे। कलेक्टोरेट के अधिकारी, कर्मचारियों ने भी इस घटना की निंदा की और कहा कि हर कार्यक्रम में ये ऐसा ही करते हैं।

इधर, मंडी में समाज के प्रमुखों से संवाद कर फैलाई जागरूकता
नातरा-झगड़ा को लेकर चलाए जा रहे अभियान के तहत कृषि मंडी प्रांगण में भी आयोजन हुआ। जिसमें नातरा-झगड़ा एक्शन फोर्स, तमाम समाज के वरिष्ठ लोगों के बीच संवाद स्थापित किया गया। साथ ही जनप्रतिनिधियों और अफसरों की मौजदूगी में शपथ दिलवाई गई कि नातरा और झगड़ा प्रथा का वे कड़ा विरोध करेंगे।
मंडी परिसर में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहित कुछ ग्रामीणों की मौजूदगी में पहुंची कलेक्टर निधि निवेदिता ने कहा कि आप लोगों के सहयोग से ही हम इस अभियान को सफल बना पाएंगे। उन्होंने मंच पर पन्नी में लपेटकर दिया गया बुके लौटा दिया और कहा कि प्लॉस्टिक, पन्नियों का उपयोग आप लोग न करें।
साथ ही पानी की बॉटल की जगह तांबे का पात्र देखकर उन्होंने सराहना की। उन्होंने कहा कि नातरा और झगड़ा प्रथा के लिए हम लोग पूरे तरह से तत्पर हैं, इसे खत्म करने के लिए सामाजिक स्तर पर भी हम जागरूकता फैला रहे हैं। स्कूलों में जूनियर रेडक्रॉस की बच्चियों को हम जोड़ रहे हैं, जिससे जागरूकता फैलाई जा सके।
इस दौरान एसपी प्रदीप शर्मा, विधायक गोवर्धन दांगी ने भी संबोधित किया। इस मौके पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता रामचंद्र दांगी, सीईओ जिला पंचायत मृणाल मीणा, पूर्व विधायक विजयसिंह सौंधिया, सीईओ जनपद सतीशदत्त शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी चंद्रसेना भिंडे, सीडीपीओ केदार शर्मा, मंडी सचिव लक्ष्मीनारायण दांगी, ज्वालाप्रसाद लववंशी सहित अन्य मौजूद रहे।

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