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मंडराने लगा खतरा: गर्त में गया पानी, जनवरी में ही 36 मीटर नीचे पहुंचा जलस्तर

locationराजगढ़Published: Feb 06, 2018 12:18:01 pm

जनवरी माह में ही 36 मीटर नीचे पहुंचा पानी, राजगढ़ जिले में करीब 700 हैंडपंप और 80 नलजल योजनाओं ने तोड़ा दम।

The water in the trough reached 36 meters down in January

राजगढ़। इस पानी को लेकर संकट के बादल अभी से मंडराने लगे हैं। पानी के गिरते स्तर को देखते हुए लग रहा है कि आगामी गर्मी में जिले में पानी के लिए हाहाकार मच सकता है। पानी को लेकर जहां प्रशासनिक अमलों हड़कंप मचा हुआ है वहीं लोगों में भी इसे लेकर भय व्याप्त है। औसत वर्षा से लगभग 300 मिमी बारिश कम होने के कारण जिले में पानी की समस्या बढ़ सकती है। क्योंकि जनवरी माह में ही 36 मीटर पानी नीचे पहुंच गया है। जिसके कारण 700 के लगभग हैंडपंप बंद हो चुके है। जबकि 80 नलजल योजनाएं भी बंद हो गई है। तेजी से गिर रहे जल स्तर को देखते हुए प्रशासन ने एक बैठक की थी। जिसमें अभी से पानी को सहेजने के लिए कहा था।

तो मचेगा पानी के लिए हाहाकार
जिले की यदि बात करें तो आठ हजार 363 सरकारी हैंडपंप हैं। इनमें से 693 बंद हो चुके हैं। इनमें से 647 सिर्फ पानी का जलस्तर नीचे जाने से बंद हुए हैं। बात यदि पानी के दोहन की करें तो सारंगपुर में सबसे तेजी से जलस्तर नीचे जा रहा है। हालांकि पीएचई द्वारा पानी की पूर्ति के लिए 45 नए बोर कराए जा चुके हैं। जबकि 24 गांवों में नई नलजल योजनाओं के प्रपोजल भेजे गए थे। जिसकी निविदाएं भी बुलाई जा रही हैं।

अभी से शुरू हुई पानी की चिंता
एक तरफ जहां कलेक्टर कर्मवीर शर्मा पानी की पूर्ति को लेकर जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की बैठक में कई तरह के निर्देश दे चुके है। वहीं पीएचई विभाग द्वारा हैंडपंप को सुधारने के लिए हर ब्लाक में दो-दो टीमें बना दी गई है। वहीं हैंडपंप में लगने वाली सामग्री भी पहले से बुलाकर रख ली है। ताकि तुरंत हैंडपंप को सुधारा जा सके।

की है तैयारी
– यह बात सही है कि पानी का स्तर नीचे जा रहा है। लेकिन हमने पानी की पूर्ति को लेकर कई तरह की तैयारियां कर रखी है। 200 फीट से नीचे पानी पहुंचता है तो सिंगल फेस पॉवर पंप लगाएंगे। जबकि तकनीकी खामियों को तुरंत सुधारने के लिए भी टीमें बना रखी है।
गोविंद भूरिया, ईई पीएचई राजगढ़

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