इस बार बारिश के दौरान भूमिगत जल स्तर में आई कमी के कारण पानी की कमी की आपूर्ति हो जाएगी। यह मावठा एक से दो बार की सिंचाई की पूर्ति कर जाएगा। साथ ही गेहूं, चना, सरसों व धनिया की फसलें इससे खिल गईं। अब माना जा रहा है कि तय समय में पककर तैयार होने वाली फसलों को भी इस बूंदाबांदी और बारिश से काफी राहत मिल जाएगी। इसके अलावा हाल ही में दिसंबर माह में पड़ी गर्मी, बढ़े हुए तापमान (Temperature) को भी बराबरी पर इस मौसम के बदलते मिजाज ने ला दिया है।
आगे क्या : तीन दिन में कम होगा तापमान
अगले तीन दिन में उत्तर-पश्चिमी मप्र में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी। 48 घंटों के दौरान प्रदेश के पश्चिमी मप्र में कहीं-कहीं घने कोहरे की संभावना है। 16 दिसंबर तक प्रदेश में कहीं-कहीं बारिश, गरज चमक के साथ हल्की बारिश की भी संभावना है। वहीं, 17 से 20 दिसंबर के दौरान मध्य प्रदेश का मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
अब बदलेगा फिर से मौसम
कुछ दिन कोहरा छाया रहेगा, इसके बाद कुछ ईलाकों में हल्की या सामान्य बारिश गरज-चमक के साथ हो सकती है। इसके 20 दिसंबर तक मौसम शष्क और सामान्य ही रहेगा।
-एस. के. नायक, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक, भोपाल