scriptफिल्टर प्लांट के एयर वॉल्व से बह रहा हजारों लीटर पानी, रास्ता भी बंद हुआ | Thousands of liters of water flowing through the valve of the plant | Patrika News

फिल्टर प्लांट के एयर वॉल्व से बह रहा हजारों लीटर पानी, रास्ता भी बंद हुआ

locationराजगढ़Published: Jan 17, 2021 06:40:10 pm

बांकपुरा परियोजना के कानडिय़ाखेड़ी फिल्टर प्लांट का मामला

फिल्टर प्लांट के एयर वॉल्व से बह रहा हजारों लीटर पानी, रास्ता भी बंद हुआ

ब्यावरा.बांकपुरा फिल्टर प्लांट पर बनाए गए टेस्ंिटग वॉल्व में ऐसे बह रहा है पानी।

ब्यावरा.109 गांवों की प्यास बुझाने 122.86 करोड़ रुपए से तैयार किए गए बांकपुरा परियोजना के कानडिय़ाखेड़ी फिल्टर प्लांट पर व्यर्थ पानी बह रहा है। यहां बनाए गए एयर वॉल्व में प्र्रेशर के साथ घंटों पानी बहता रहता है, जिससे न सिर्फ पानी का नुकसान हो रहा बल्कि कई गांवों के रास्ते भी प्रभावित हो रहे हैं।
दरअसल, कानडिय़ाखेड़ी गांव में बनाए गए एयर वॉल्व में प्रेशर के साथ पानी उछलता है, जो तकरीबन 100 फीट से ऊपर तक बहता है। दिनभर यह पानी उछलने के कारण भूखनी, बरखेड़ी और तरेना गांव का मार्ग प्रभावित हो रहा है। यहां निकलने वाले ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा दिनभर हजारों लीटर पानी इसी वॉल्व से ही बह निकलता है, जिससे सीधे तौर पर पानी का नुकसान हो रहा है। बता दें कि लंबी दूरी तक पाइप लाइन डालने के दौरान पानी के साथ प्रेशर को निंयत्रित रखने के लिए एयर वॉल्व लगाए जाते हैं, जो कि प्रेशर बढऩे पर हवा के रूप में बाहर निकलते हैं, जिसमें पानी भी निकलता है। लाइन पर पे्रशर नहीं पड़े और दिक्कत न आए इसलिए यह लगाया जाता है। कई बार यह जरूरत से ज्यादा बह निकलता है, इसी कारण दिक्कत आती है। ग्रामीणों ने कई बार विभागीय वरिष्ठ अधिकारियों और प्लांट पर ही मौजूद कर्मचारियों को इस परेशानी से अवगत करवाया लेकिन कुछ दिन ठीक होने के बाद ऐसी ही स्थिति निर्मित हो जाती है। संभवत: कोई तकनीकि दिक्कत होने के कारण ऐसे हालात बन रहे हैं।
40 गांवों तक ही पहुंचा पानी, 109 तक पहुंचना है
122.86 करोड़ की उक्क परियोजना से गांवों में पानी सप्लाई होना है, लेकिन विभागीय लेटलतीफी के कारण कई गांवों तक यह पानी नहीं पहुंच पाया है। दिनभर ऐसे ही हजारों लीटर पानी बह जाता है लेकिन जिन गांवों में वाकई में पानी की जरूरत है वहां तक यह पहुंच नहीं पाया है। एयर वॉल्व के प्रेशर के साथ हजारों लीटर पानी दिन में तकरीबन 10 घंटे तक चलता रहता है, जिससे पानी तो व्यर्थ बहता ही है लोगों को दिक्कत भी होती है।
मैं दिखवाकर ठीक कराया हूं
कानडिय़ाखेड़ी गांव में प्लांट से फिल्टर होकर पानी जाता है, लाइन पर लोड न आए इसलिए एयर वॉल्व लगाया जाता है। कुछ मात्रा में पानी प्रेशर के कारण बहता है लेकिन यदि ज्यादा बह रहा है तो मैं दिखवाता हूं, समधाना करवाता हूं।
-प्रतापसिंह सिसौदिया, एसडीओ, जल निगम, राजगढ़

ट्रेंडिंग वीडियो