दरअसल, रुक-रुककर हो रही बारिश ने अभी भी औसत बारिश का आंकड़ा नहीं छुआ है,लेकिन जिलेभर में हो रही बारिश के कारण नदी, नाले जरूर उफान पर हैं। कुशलपुरा डैम में पानी बढऩे पर रात में तीन गेट खोले गए थे, जलस्तर ठीक नहीं हुआ तो दिन में छह गेट खोले गए। कुछ घंटे छह ही गेट खोले जाने के बाद शाम करीब पांच बजे सभी गेट बंद कर दिए गए। जानकारी के अनुसार डैम का औसत जलस्तर 418.90 मीटर है, जो रात में बढ़ गया था। दिन में लगातार पानी के बहाव के बाद जलस्तर 418.62 मीटर हुआ तब जाकर सभी गेट बंद किए गए।
पुराने पुल बंद, नए का सिंगल ट्रैक चालू
नदी में पानी बढऩे के बाद से ही दूधी के नये पुल के सिंगल-वे पर ट्रैफिक शुरू हुआ है। यानीं आने और जाने वाले वाहन एक ही ट्रेक से निकल रहे हैं। ऐसे में धीरे-धीरे वाहन निकल रहे हैं और बार-बार जाम के हालात भी बन रहे हैं। नदी का पानी कम होने के बाद भी पुलिस ने पुराने वाले पुल पर दोनों ओर बैरिकेट्स लगा दिए और मार्ग को पूरी तरह से बंद कर दिया है। कभी भी नदी का पानी बढऩे की स्थिति में उक्त पुल को अब हमेशा के लिए बंद कर दिया है। दिनभर नये पुल से ही वाहन निकले।
उफान पर अजनार, अस्पताल रोड हुआ बंद
इधर, मलावर, आमल्याहाट क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण ब्यावरा से निकली अजनार नदी भी उफान पर आ गई। शहर में सामान्य बारिश के बीच अचानक नदी ऊफान पर आ गई और अस्पताल रोड पर बहने लगी। इस कारण करीब ढाई घंटे अस्पताल रोड बंद रहा। इसके बाद दोबारा नदी में पानी सामान्य हुआ तब जाकर ट्रैफिक सुचारू हो पाया। बता दें कि इस बार अजनार नदी एक या दो बार ही उफान पर आई है। सीजन में एक बार भी नदी का पानी अभी तक इंदौर नाका नहीं पहुंच पाया है।
नाले में बहा बाइक सवार, लोगों ने बचाया
करनवास. नेशनल हाइवे पर दूधी पुल से लगे उफानते नाले पर से मंगलवार शाम सात बजे एक मोटर साइकिल सवार निकाल रहा था। तेज बहाव में वह बाइक सहित बह गया। आसपास के लोगों ने यह नजारा देख, नाले के बाजू से उसे बचाने के लिए कूद पड़े। जैसे-तैसे उन्होंने आगे जाकर युवक को बाहर निकाला। बाद में लोगों की मदद से पानी में बही बाइक भी निकाल लिया गया।
प्रकाश सांकला, ईई, जल संसाधन विभाग, राजगढ़
एस. के. नायक, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक, भोपाल