ब्यावरा सिटी थाना पुलिस का गैर जिम्मेदाराना रवैया और लापरवाह चेहरा इस हादसे के दौरान सामने आया। दोुपहर 2.50 मिनट पर हुए हादसे की सूचना पुलिस को ठीक 2.55 बजे दे दी गई थी लेकिन सिटी थाने से महज आधा किलोमीटर की दूरी पुलिस 45 मिनट में तय कर पाई। 3.45 मिनट पर पुलिस वाहन पहुंचा। थाने में प्रत्यक्षदर्शियों सहित एचसीएम द्वारा डे-ऑफिसर नारायणदत्त मिश्रा को मौखित रूप से सूचना दे देने के बावजूद वे अपने जगह से हिले तक नहीं। उन्होंने घटनास्थल पर पहुंचने की जोहमद नहीं उठाई, थाना प्रभारी ने भी न कॉल रिसिव किया न ही पुलिस की कोई टीम पहुंची।
पहले ट्रक पकड़ा, फिर पांच किमी से आकर देहात पुलिस ने संभाला मोर्चा
एक और सिटी पुलिस का लापरवाह चेहरा सामने आया वहीं दूसरी ओर देहात पुलिस ने मानवता दिखाई। तत्परता दिखाते हुए थाना प्रभारी आदित्य सोनी ने पहले ट्रक बरामद किया। फिर अपनी टीम के साथ पांच किमी दूर अरन्या चौकी पर पहुंचे। यहां पहले सोनी ने व्.वस्था संभाली, ट्रैफिक सुधारा और खुद ने रोड पर आधे घंटे तक पड़े रहे मृतकों के शव को वाहन में रखवाकर अस्पताल पहुंचाया। सिटी पुलिस का न डे ऑफिसर मौके पर पहुंचा न थाना प्रभारी, सब काफी देर बाद आए। पुलिस ने मामले में पकड़े गए ट्रक चालक के खिलाफ धारा-३०४-ए सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर जांच में लिया है।