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दो लाख का दावा, 50 हजार तक माफ किए, एक लाख किसानों को कुछ नहीं मिला

locationराजगढ़Published: Jul 12, 2019 11:20:01 pm

Submitted by:

Praveen tamrakar

किसानों को चुनावी सब्जबाग दिखाकर 10 दिन में दो लाख तक का ऋण माफ करने वाली प्रदेश सरकार आधे किसानों को भी लाभ नहीं पहुंचा पाई है।

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Beaua. The MP government issued some such format, declaration on loan forgiveness.

ब्यावरा. किसानों को चुनावी सब्जबाग दिखाकर 10 दिन में दो लाख तक का ऋण माफ करने वाली प्रदेश सरकार आधे किसानों को भी लाभ नहीं पहुंचा पाई है। घोषणा के दौरान दो लाख रुपए तक माफ करने वाली सरकार ने पहले चरण में महज 50 हजार तक ही माफ किए। अब दूसरे चरण में राशि कब आएगी यह तय नहीं हो पाया है। किसानों के साथ हो रही इस लेटलतीफी पर न प्रशासनिक अधिकारी जवाब दे पा रहे हैं ना ही जिले सहित प्रदेश के जनप्रतिनिधि जिन्हें किसानों ने सिर्फ इसलिए मौका दिया कि उनका कर्ज माफ हो जाएगा?

नई सरकार को सत्ता में आए करीब छह माह से अधिक का समय हो गया है, लेकिन अभी तक दो लाख रुपए की कर्ज माफी का कंसेप्ट उनसे क्लीयर नहीं हो पाया है। प्रदेशभर के किसान अभी भी असमंजस में हैं कि आखिर दो लाख तक का कर्ज माफ होगा भी या नहीं? फिलहाल हाल ही में पारित हुए प्रदेश के बजट से किसानों की उम्मीदें जागी है। अभी भी जिले में करीब एक लाख १० हजार से अधिक किसानों की ऋण माफी की राशि आना शेष है। उल्लेखनीय है कि पहले महज 10 दिन में दो लाख तक का हर तरह का कर्ज माफ करने का दावा किसानों से सरकार ने किया था, लेकिन 10 दिन तो दूर छह माह तक किसान असमंजस में है। साथ ही सोयाबीन के भावांतर भुगतान की बोनस राशि, प्याज की बोनस राशि सहित अन्य मामलों में हुई लेटलतीफी से अब यह उम्मीद भी अधर में है कि ऋण माफ होगा भी या नहीं?

डिफॉल्टर्स को दो लाख, अन्य को 50
पहले चरण में करीब ६९, ४९४ किसानों के कर्ज माफी की राशि आई है। इसमें पीए (परफॉॢमंग अस्सिट) वाले किसानों के 50 हजार तक माफ किए गए, भले ही उनका कर्ज दो लाख के भीतर कितना ही क्यों न हो? अब उन्हें दूसरे चरण से उम्मीद है। वहीं, नॉन परफॉर्मिंग एसेट (एनपीए और डिफॉल्टर्स) के दो लाख रुपए तक का कर्ज माफ किया गया। हालांकि यह भी नाम मात्र के किसानों की ही राशि माफ हो पाई है।

फिर से एनपीए वालों के लिए आई राशि
पिछले माह करीब 13 करोड़ रुपए उन्हीं एनपीए अकाउंट्स वाले किसानों के लिए आई जो डिफॉल्टर्स थे। यानी एपी अकाउंट्स वाले किसान अभी भी शेष हैं। कुल मिलाकर दो लाख रुपए तक की सीमा का कोई दायरा यहां नहीं है, सीधे तौर पर किसान यह समझ ही नहीं पा रहे हैं कि शासन ने माफी का पैमाना क्या रखा है? साथ ही इतने जटिल नियमों में उलझा दिया है कि क्लीयर ही नहीं हो रहा कि आखिर कैसे दो लाख रुपए तक माफ होंगे?
&हां हम मानते हैं लेटलतीफी हुई है लेकिन दूसरे चरण में दो लाख रुपए तक के दायरे वाले तमाम पंजीकृत किसानों को कर्ज माफी का लाभ मिलेगा। दूसरा चरण शुरू होने वाला ही है। बजट में भी किसानों के लिए प्रावधान है।
-जयवर्धन सिंह, नगरीय प्रशासन मंत्री, मप्र शासन
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