नहीं काट पाए अवैध नल कनेक्शन
10 लाख की मुख्यमंत्री शहरी पेयजल योजना की पाइप लाइन डालने से पहले से घोषणा कर चुकी नगर पालिका शहरभर के करीब ढाई हजार से अधिक अवैध कनेक्शनों पर शिकंजा नहीं कस पाई है। कुल छह हजार कनेक्शनों में से आधे का पैमेंट ही नपा के खाते में पहुंच पाता है। बाकी ढाई हजार से अधिक ऐसे अवैध कनेक्शन हैं जो मैन लाइन से लिए गए हैं। सरेआम किए गए इन कनेक्शनों पर कार्रवाई नपा सब कुछ पता होते हुए भी नहीं करती।
नए कनेक्शन में मांग रहे मार्च तक की रसीद
उपभोक्ताओं की परेशानी यहीं खत्म नहीं होती। फूट चुकी लाइन में नये सिरे से पाइप लाइन डालकर कनेक्शन दिए जा रहे हैं, लेकिन नये कनेक्शन के लिए नपाकर्मी और एजेंसी मार्च तक के जमा बिल की रसीद मांग रहे हैं। अब जिन लोगों के यहां छह माह से पानी नहीं पहुंचा आखिर वे कैसे रसीद दें? शहरभर में चल रही इस मनमानी से लोग परेशान हो रहे हैं। खास बात यह है कि जिस क्षेत्र में रोड बनकर तैयार हो गया है वहां की भी न लाइन नपा दुरुस्त करवा पाई न ही उन्हें पानी मुहैया करवा पाई।
रसूखदारों से वसूल नहीं पाए, आम लोगों पर सख्ती
अभी तक रसूखदारों की शादी-ब्याह में व्यस्त रहे नपा के टैंकर छह माह से नल से वंचित लोगों के घरों, मोहल्लों तक नहीं पहुंच पाए। आम लोगों पर बिल की सख्ती करने वाली नपा प्रबंधन बीते कई सालों का बिल नेताओं के संरक्षण प्राप्त लोग, रसूखदार और नामी लोगों से वसूल नहीं पाई है। कई सालों से उनके न सिर्फ कनेक्शन अवैध चल रहे हैं बल्कि एक रुपया भी जमा नहीं किया। वर्तमान में जल कर वसूलने की सख्ती आम जनता तक ही सीमित रह गई है।
रोड निर्माण में खुदाई के कारण कुछ हिस्सों में नल लाइन प्रभावित हुई है, उनके बिल के बारे में विचार किया जाएगा। जहां तक नई लाइन, नये कनेक्शन की बात है तो उसके लिए बिल देना होगा। अवैध कनेक्शनों पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। साथ ही वैकल्पिक तौर पानी की व्यवस्था भी करवाते हैं।
-इकरार अहमद, सीएमओ, नपा, ब्यावरा