Bjp मीडिया प्रभारी के साथ मारपीट
जानकारी के अनुसार CAA के समर्थन में रैली जा रहे Bjp मीडिया प्रभारी के साथ मारपीट की सूचना मिल रही है। विवाद को देखते हुए चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात है। जगह जगह चेकिंग पॉइंट पर वाहन रोके जा रहें है। पुलिस ने मार्केट को भी बन्द करवाया दिया है।
धारा 144 भी लगा दी गई थी
सीए के समर्थन में जिले के ब्यावरा में भाजपा द्वारा जिला स्तरीय समर्थन रैली निकाली जा रही थी जिसको लेकर पहले ही जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी साथ ही ऐसा कोई प्रदर्शन ना हो इसके लिए धारा 144 भी लगा दी गई थी इसके बाद भी कार्यकर्ता वहां पहुंच रहे थे ऐसे में ब्यावरा के चारों तरफ स्थित शहरों में 33 बैरियर और जांच चौकी लगा दी गई थी, लेकिन कई कार्यकर्ता बसों और मोटरसाइकिल से अलग-अलग ग्रामीण इलाकों से ब्यावरा पहुंच गए और जब यह रैली शुरू हुई तो उसे रोकने के लिए पुलिस ने प्रयास किया, इसके बाद कार्यकर्ताओं और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच कहासुनी हो गई जिसको लेकर लाठीचार्ज करना पड़ा।इस दौरान खुद कलेक्टर ने ही कार्यकर्ताओं की पिटाई लगाई। इस लाठीचार्ज में भाजपा नेता विकास करोडिया घायल हो गए जबकि एक अन्य कार्यकर्ता बेहोश भी हो गया।
यहां गिरफ्तार हुए विधायक
आयोजन में शामिल होने के लिए सारंगपुर विधायक कुंवर कोठार सिंह सारंगपुर से ब्यावरा जा रहे थे। उन्हें रास्ते में ही पुलिस ने रोककर एसडीएम की मौजूदगी में गिरफ्तार कर लिया गया। पूर्व विधायक रघुनंदन शर्मा एवं भाजपा महामंत्री को राजगढ़ एसडीएम ने जब भी तिरंगा झंडा लेकर ब्यावरा की तरफ जा रहे थे उन्हें बस स्टैंड के पास ही गिरफ्तार कर लिया।
अपना विरोध जता रहे हैं
यह रैली और प्रदर्शन रोकने के लिए प्रशासन ने 1 दिन पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी थी और हर भाजपा के बड़े नेता के घर जाकर एसडीएम तहसीलदार और थानेदार गिरफ्तारी का बांड भरा रहे थे इसके बाद भी यह प्रदर्शन हुआ वर्तमान में वाजपेई इस लाठीचार्ज के विरोध में थाने के बाहर नारेबाजी करते हुए अपना विरोध जता रहे हैं।
18 जनवरी को नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकर्ताओं की एक बैठक क्षेत्रीय विधायक कुंवर कोठार एवं पूर्व विधायक गौतम टेटवाल की विशेष उपस्थिति में आयोजित की गई थी। बैठक में 19 जनवरी को ब्यावरा में विशाल रैली में नागरिकों एवं कार्यकर्ताओं को पहुंचने के लिए कहा गया था
बैठक में क्षेत्रीय विधायक कुंवर कोठार ने कहा था कि भारतीय नागरिकता संशोधन कानून से भारत के मुसलमानों को कोई नुकसान नहीं होगा। यह कानून विदेशी शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए बनाया गया है। इससे किसी की नागरिकता छीनी नहीं जाएगी।