मैं मर रहा हूं, मेरे भाइयों को कुछ हुआ तो मोदी सरकार जानें! पुलिस को देने के पांच लाख कहां से लाएं, देखें वीडियो
फांसी लगाने से पहले नाबालिग ने वायरल किया वीडियो

राजेश विश्चकर्मा की रिपोर्ट...
ब्यावरा. मलावर थाना क्षेत्र में एक 16 वर्षीय नाबालिग रामस्वरूप लोधा निवासी तलावड़ा ने फांसी लगाकर जान दे दी। फांसी लगाने से पहले उसने एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया है, जिसमें पुलिस के साथ ही कुछ अन्य लोगों पर उसने टॉर्चर करने का आरोप लगाया है। पुलिस जब शव को लेकर पीएम के लिए सिविल अस्पताल पहुंची तो मामले ने तूल पकड़ लिया।
बच्चे ने आत्महत्या की
यहां तलावड़ा गांव के उक्त बच्चे का शव रखकर परिजनों ने सिविल अस्पताल ब्यावरा के पीएम रूम में जमकर हंगामा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि थाना प्रभारी नरेंद्र गुर्जर और एएसाई अवधनरायण शर्मा के कारण बच्चे ने आत्महत्या की।
निलंबित करने के बाद ही वे उठे
बाद में मौके पर कांग्रेस नेता रामचंद्र दांगी, विधायक गोवर्धन दांगी सहित अन्य लोधा समाज के लोग भी पहुंचे। जिन्होंने पुलिस पर कार्रवाई की मांग की। तीन थाना प्रभारियों और एसडीओपी की भी बात किसी ने नहीं मानीं, बाद में पहुंचे एडिशनल एसपी नवलसिंह सिसौदिया ने खूब समझाया लेकिन नहीं माने। आखिर में थाना प्रभारी और एएसआई को निलंबित करने के बाद ही वे उठे।
कांग्रेस नेता और थाना प्रभारी में तनातनी, धरने पर बैठे
पीएम रूम के बाहर जमा हुए मृतक के परिजनों के साथ कांग्रेस नेता रामचंद्र दांगी सहित अन्य भी पहुंचे। इस बीच उनकी थाना प्रभारी नरेंद्र गुर्जर से जमकर तनातनी हो गई। दांगी ने कहा कि तुम थाने में बैठकर चोट्टाई करते हो... लोग मर रहे हैं। ऐसे कैसे आप लोग पैसे ले सकते हो? इस पर गुर्जर ने कहा कि मैं घटना के दौरान थाने में था ही नहीं, आप जबरन के आरोप नहीं लगाएंगे, ऐसे नहीं बात करेंगे मुझसे? हम किसी को नहीं डरा रहे? रामचंद्र ने कहा बदमाश... बदतमीज... एक नंबर का भ्रष्ट थानेदार है ये, कई देखे तेरे जैसे थानेदार। काफी देर तक एएसपी सहित अन्य पुलिसकर्मी समझाते रहे लेकिन वे नहीं माने। आखिरकार दोनों को निलंबित करने का आश्वासन देने के बाद वे उठे।
वायरल वीडियो के अंश...
मैं मर रहा हूं, मेरे भाइयों को कुछ हुआ तो मोदी सरकार जानें!
फांसी लगाने से पहले नाबालिग रामस्वरूप द्वारा बनाया गया खुद का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इसमें वह कह रहा है कि मलावर थाने के शर्मा पुलिस वाले, बीईओ और देवीससिंह सरपंच ने रुपए मांगे, मुझे टॉर्चर किया। 30 हजार लिए खाने के लिए ले लिए बाकी पांच लाख और मांगे। मैं कहां से दूं इसलिए मैं अब मरने की सोच रहा हूं। मेरे घर वालों को दिक्कत देने की जरूरत नही है, उनकी कोई गलती नहीं है।
घर वालों ने मुझसे कहा- पांच लाख लग चुके हैं और पांच और लग जाएंगे, जमीन बिक जाएगी और क्या होगा? मैंने सोचा जमीन बिक जाएगी तो मेरे भाई क्या खाएंगे? इसलिए मैंने मरने की ठानी है, मेरे भाई को दिक्कत नहीं आनी चाहिए? यदि ऐसा हुआ तो मोदी सरकार जानें? मुझे बहुत टॉर्चर किया गया इसीलिए मैं यह करने जा रहा हूं। एक अन्य वीडियो में उसने कहा कि पांच लाख रुपए ले लिए गए बाकी के पांच लाख देने की धमकी दी। मेरी गाड़ी मोबाइल रख लिए। मुझे पुलिस ने मारा भी।
मैं पांच लाख देते वक्त रिकॉर्डिंग कर रहा था तो पुलिस ने मोबाइल छुड़ा लिया और मुझे मारा। उन्होंने कहा कि पांच और दे देना तब नाम हटा देंगे, मेरे भाई गोलू को जेल भेज दिया और मुझे 10 लाख देने का कहा। आप जितने भी ग्रुप वाले हैं मोदी और शिवराज तक यह पहुंचा दें, कुछ भी कर के मेरे घर वालों को 10 लाख तक की दंड भरवाइए, उन्हें शासन से राशि दिलवाइए।
(मृतक की रिकॉर्डिंग के तमाम वीडियो पत्रिका के पास उपलब्ध है)
वन स्टार ने रुपए लिए
मेरे भाई की गाड़ी थाने ले गए, इसके बाद एएसआई ने 30 हजार रुपए ले लिए। इस बीच मेरे भाई ने रिकॉर्डिंग कर ली। इस पर पुलिस ने मोबाइल छीना और वीडियो डिलीट कर दिया। पुलिस ने उस पर दबाव बनाया, डराया। इससे तंग आकर उसने फांसी लगा ली।
-हीरालाल पिता रतनलाल लवंवशी, मृतक का भाई, तलावड़ा
दोनों को निलंबित कर दिया
मामला 376 का एक केस आरोपी का यह रिश्तेदार था। इसकी बाइक घटना में उपयोग हुई है, इसीलिए उसे बुलाया गया था। नाबालिग के वॉयरल वीडियो को देखकर प्रथम दृश्टया लगा है कि पुलिस से चूक हुई है। ऐसे में हमने एएसआई शर्मा को निलंंबित किया है। साथ ही जांच होने तक थाना प्रभारी को निंलबित कर दिया है।
-नलवलसिंह सिसौदिया, एडीशनल एसपी, राजगढ़
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