मौके पर पहुंचे एसडीओपी ने जैसे ही ग्रामीणों को गिरफ्तार करने की धमकी दी, ग्रामीण और आक्रोशित हो गए तथा धरने पर जा बैठे। साथ ही उन्होंने चक्काजाम कर दिया। बताया गया कि ट्रक मालिक गुरदीप सिंह भाटिया की ट्रक क्रमांक सीजी 08 एबी 0832 सिवनी मध्यप्रदेश से मक्का भरकर धमतरी आ रहा था ड्राइवर बोरतलाव का है तथा बोरतलाव से डोंगरगढ़ आते समय बगैर परवाह किए उसने मवेशियों पर गाड़ी चढ़ा दी जिससे यह घटना घटी यदि मवेशियों के स्थान पर नागरिक होते तो उनका भी यही हाल होता।
ग्रामीणों ने मुआवजे के लिए तथा दोषी ड्राइवर व गाड़ी मालिक पर कार्रवाई के लिए 5 घंटे तक चक्काजाम किया। दोनों ओर के वाहन मार्ग में जहां की तहां खड़े रहे अंतत: राजनांदगांव से पहुंचे ट्रांसपोर्टर संघ के लोगों ने ग्रामीणों से चर्चा कर डेढ़ लाख रुपए का फौरीतौर पर मुआवजा देकर ग्रामीणों का चक्काजाम व धरना बंद कराया। तत्पश्चात पशु चिकित्सकों की टीम ने मृत मवेशियों का पोस्टमार्टम किया तथा देर शाम उनके अंतिम संस्कार की कार्यवाही की गई।
पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है तथा चालक के खिलाफ धारा 279, 429 के तहत प्रकरण दर्ज किया है। थाना प्रभारी अब्दुल समीर ने बताया कि जांच के बाद अन्य धाराएं लगाई जाएंगी। घटना सुबह 10 बजे की है तथा मामला शाम 6 बजे सुलझा। मौके पर पहुंचे भाजपा नेता और हनुमान भक्त युवा समिति के लोगों ने ग्राम भी ग्रामीणों को मनाने का प्रयास किया, किंतु 100 से अधिक पुरुष व 50 से अधिक महिलाएं मौके पर उपस्थित थे तथा वे अपनी लड़ाई खुद लड़ रहे थे। प्रशासन के अडिय़ल रवैया के चलते लगभग 6 घंटे तक चक्काजाम रहा और बड़ी संख्या में गाड़ी मालिकों को गाडिय़ों में उपस्थित लोगों को परेशान होना पड़ा।
इनके पशुधन हुए काल कलवित
ग्राम पनियाजोब के नम्मू पिता शीतल यादव, धन्नु पिता शेर सिंह, कैलाश पिता शीतल यादव, नरेश पिता बरउ मरार, गणेश पिता गोपाल साहू, सुरेश पिता खौरबहरा गौंड, कन्हैया पिता शंभूदयाल, सुराज पिता भोलऊ देवांगन, उदयराम पिता ठाकुरराम, मोहन पिता घूरसिंह, राम नारायण पिता ठाकुर राम, भगवती पिता शिव प्रसाद के पशुधन आज हुई दुर्घटना में काल के गाल में समा गए।
बाल बाल बचे चार युवा
दुर्घटना के दौरान दूसरी ओर से आ रहे ग्राम बोरतलाव के चार लड़के जो दो मोटर साइकिल में थे अचानक मवेशियों के भागने से गाड़ी सहित गिर गए। उन्हें छिटपुट चोट आई वे तत्काल बोरतलाव पहुंचकर प्राइवेट चिकित्सक के यहां उपचार के लिए पहुंचे, उन्होंने बताया कि नशे में धुत ड्राइवर की गलती से कई मवेशी मर चुके हैं और वे भी बाल-बाल बचे हैं।
बात यहां बिगड़ी
उपस्थित लोगों ने बताया कि जैसे ही पुलिस ने ग्रामीणों को गिरफ्तार करने की धमकी दी और नाराज हो गए। नाराज ग्रामीण धरने पर बैठ गए कुछ ग्रामीणों ने लकड़ी फाटा एकत्र किया और सड़क पर रखकर चक्काजाम प्रारंभ कर दिया। जबकि उसके पहले पुलिस ने ट्रक को अलग हटाकर सड़क पर वाहनों के लगे जाम को क्लियर भी कराया था, तब ग्रामीण उतने आक्रोशित नहीं थे। जैसे ही पुलिस ने गिरफ्तार करने की धमकी दी। ग्रामीणों ने हट प्रारंभ कर दिया और धरने पर बैठ गए। भीड़ यह कहती रही कि गाड़ी मालिक को बुलाओ ड्राइवर को बुलाओ न्याय करो तभी हटेंगे और इसी के चलते दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई।
मौके पर पहुंचे अनुविभागीय अधिकारी ने ग्रामीणों को बताया कि जल्द ही इस घटना की जानकारी देकर उच्च स्तर पर मृत मवेशियों का मुआवजा भी दिलाया जाएगा। इसी बीच पनियाजोब सोसायटी के अध्यक्ष किशन वैष्णव भी पहुंचे उन्होंने भी मौके पर ग्रामीणों को समझाइश देने का प्रयास किया, किंतु नाराज ग्रामीण नहीं माने। प्रशासन तंत्र किसी भी मामले को दबाव डालकर रफा-दफा कर रहा है। इससे भी लोग आक्रोशित हैं। वहीं बोरतलाव थाना प्रभारी अब्दुल समीर ने बताया कि हमने दिन भर पूरी मेहनत की आरोपियों पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। अभी प्रारंभिक जांच के अंतर्गत दो धाराएं लगाई गई हैं। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
यह रहे मौके पर उपस्थित
एसडीएम, एसडीओपी, थाना प्रभारी, बोरतलाव तहसीलदार, पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी, भाजपा के रवि अग्रवाल, सुमित मिश्रा, हेमलाल वर्मा, देवेंद्र साहू, भोज वर्मा, अशोक वर्मा, राज ताम्रकार सहित हनुमान भक्त युवा समिति के हनी गुप्ता, अमन नामदेव, शिव नरेड़ी, हर्ष सेन, गौ सेवा प्रभारी हिमांशु गुप्ता, ओम देशमुख, युवराज र्कोराम शुभम देशमुख, शशांक नसीने, विजित विजयवार, गोलू चौधरी सहित बड़ी संख्या में गौ भक्त शाम तक मौके पर उपस्थित रहे। उपस्थित लोगों ने कहा कि शासन की आंख में पट्टी बंधी हुई है। प्रदेश में नागरिकों पर गाड़ी चलने के बाद मुख्यमंत्री ने मुआवजा दे दिया लोगों की जान की कीमत अब पैसा हो गई है।