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14 आत्मसमर्पित नक्सलियों ने विचारधारा बदलकर पहनी पुलिस की वर्दी, अब लाल आतंक के खिलाफ लड़ेंगे निर्णायक लड़ाई

locationराजनंदगांवPublished: Oct 27, 2021 05:13:32 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

Chhattisgarh Police: राजनांदगांव जिले के बुनियादी पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में मंगलवार को 75 वां पुरूष नवआरक्षक दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया।

14 आत्मसमर्पित नक्सलियों ने विचारधारा बदलकर पहनी पुलिस की वर्दी, अब लाल आतंक के खिलाफ लड़ेंगे निर्णायक लड़ाई

14 आत्मसमर्पित नक्सलियों ने विचारधारा बदलकर पहनी पुलिस की वर्दी, अब लाल आतंक के खिलाफ लड़ेंगे निर्णायक लड़ाई

राजनांदगांव. जिले के बुनियादी पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में मंगलवार को 75 वां पुरूष नवआरक्षक दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। जिसमे देशभक्ति का जज्बा पाले प्रदेश भर के 40 नव आरक्षकों ने अनुशासन और कर्तव्य निष्ठा की शपथ ली। इस मौके पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले नव आरक्षकों का सम्मान दुर्ग रेंज के पुलिस महानिरीक्षक विवेकानंद सिन्हा ने प्रशस्तिपत्र और मोमेन्टो भेट कर किया। इन नव आरक्षकों में 14 पूर्व आत्मसमर्पित नक्सली भी शामिल हंै, जिन्होंने आज सेवा की शपथ ली।
कत्र्तव्य निष्ठा की शपथ दिलाई
पीटीएस में दीक्षांत समारोह के पूर्व नव आरक्षकों ने आकर्षक मार्च फास्ट कर अतिथि को सलामी दी। बैंड की धुन पर नव आरक्षकों का मार्च पास्ट में उनकी क्षमता और अनुशासन प्रदर्शित हो रहा था। दीक्षांत परेड की सलामी एडीजी विवेकानंद सिन्हा ने ली। तत्पश्चात 40 नव आरक्षकों को मातृभूमि की सेवा के लिए अनुशासन और कर्तव्य निष्ठा की शपथ दिलाई गई।
पहले नक्सली संगठन से जुड़े थे 14 जवान
इन नव आरक्षकों में आज 14 ऐसे आरक्षक ने शपथ ली जो पूर्व में नक्सली संगठन में शामिल रह चुके हैं और समाज के मुख्यधारा में लौटने जिन्होंने आत्मसमर्पण किया है। शासन की पुनर्वास नीति के तहत ऐसे लोगों को भी पुलिस विभाग में शामिल होने का मौका मिला जिससे वे बेहद खुश और उत्साहित नजर आए। दीक्षांत समारोह में प्रदेशभर के 40 युवाओं ने हिस्सा लिया था जिन्हें पुलिस की बुनियादी प्रशिक्षण देकर तैयार किया गया।
आईजी ने किया संबोधित
दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए दुर्ग रेंज के एडीजी विवेकानंद सिन्हा ने कहा कि 40 नव आरक्षक प्रशिक्षण प्राप्त कर पुलिस विभाग में अपनी सेवा देने पासआउट हुए हैं। इनमें 14 पूर्व आत्मा समर्पित नक्सली भी है जो अब देश सेवा का अंग है। कठिन प्रशिक्षण के बाद नव आरक्षक हर मौसम और समय में देश के दुश्मनों से निपटने के लिए सक्षम है। दीक्षांत समारोह के अवसर पर उत्कृष्ठ कार्य करने वाले नवआरक्षकों का सम्मान किया गया। इसी तरह प्रशिक्षण विद्यालय में योगदान देने वालों को प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया।

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