बीते बुधवार की मध्यरात्रि मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में बने मातृ-शिशु अस्पताल में मध्य रात्रि 3 महिलाओं के प्रसव के लिए परिजन डॉक्टरों को बुलाने गुहार लगाते रहे, लेकिन डॉक्टर नहीं पहुंचे, ऐसे में मरीज के परिजनों ने स्थानीय पार्षदों को फोन कर हालातों से वाकिफ कराया। जिस पर कांग्रेस पार्षद ऋषि शास्त्री, शरद पटेल और एनएसयूआई के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश युवा कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष निखिल द्विवेदी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने अस्पताल अधीक्षक डॉ. प्रदीप बैक को कई बार फोन किया, लेकिन अस्पताल अधीक्षक ने उनका फोन नहीं उठाया।
यह सब कुछ पुलिस के मौजूदगी में होता रहा, लेकिन पुलिस ने उन्हें नहीं रोका। इसके बाद मामले की शिकायत करने डॉक्टर एसोसिएशन ने स्थानीय बसंतपुर थाने में पार्षदों और युवा कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष निखिल द्विवेदी के खिलाफ लिखित शिकायत देते हुए एफआईआर करवाया। डॉक्टरों का कहना है कि वे दबाव और दहशत के बीच काम नहीं कर पाएंगे। डॉक्टर एसोसिएशन की शिकायत के बाद बसंतपुर पुलिस ने तोडफ़ोड़ में शामिल पार्षदों और कांग्रेस नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्रसव के लिए नर्सों के द्वारा रुपए मांगे जाने का आरोप भी पार्षदों के द्वारा लगाया गया है। वहीं पार्षदों पर भी नर्सों के साथ गाली गलौज का आरोप लगा है। डॉक्टर एसोसिएशन की शिकायत के बाद पुलिस ने पार्षद ऋषि शास्त्री, पार्षद शरद पटेल और युवा कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष निखिल द्विवेदी के खिलाफ छत्तीसगढ़ लोक संपत्ति निवारण अधिनियम की धारा- 3, छत्तीसगढ़ चिकित्सक सेवा तथा चिकित्सा सेवा संस्थान, हिंसा तथा संपत्ति क्षति रोकथाम अधिनियम की धारा-3, आईपीसी की धारा 294 और शासकीय कार्य में बाधा डालने की धारा 186 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तारी की है। गिरफ्तारी के बाद सभी को मुचलके पर रिहा किया है।