scriptनक्सल मोर्चे पर डटे ITBP के 26 जवान फूड पॉइजनिंग के शिकार, उल्टी-दस्त से कैंप में मची खलबली, रात में चिकन और सुबह नाश्ते में खाया था आलू पराठा | 26 ITBP personnel posted on Naxal duty got food poisoning | Patrika News

नक्सल मोर्चे पर डटे ITBP के 26 जवान फूड पॉइजनिंग के शिकार, उल्टी-दस्त से कैंप में मची खलबली, रात में चिकन और सुबह नाश्ते में खाया था आलू पराठा

locationराजनंदगांवPublished: Oct 23, 2021 11:18:42 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

कलेक्टर ने जवानों से बातचीत कर उनके स्वास्थ्य की कुशलता के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने वहां उपस्थित बीएमओ एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम को उनके समुचित इलाज की व्यवस्था तथा देखरेख के निर्देश दिए।

नक्सल मोर्चे पर डटे ITBP के 26 जवान फूड पॉइजनिंग के शिकार, उल्टी-दस्त से कैंप में मची खलबली, रात में चिकन और सुबह नाश्ते में खाया था आलू पराठा

नक्सल मोर्चे पर डटे ITBP के 26 जवान फूड पॉइजनिंग के शिकार, उल्टी-दस्त से कैंप में मची खलबली, रात में चिकन और सुबह नाश्ते में खाया था आलू पराठा

राजनांदगांव/खैरागढ़. राजनांदगांव जिले के खैरागढ़ ब्लॉक के वनांचल क्षेत्र मलैदा में नक्सल मोर्च पर डटे आईटीबीपी (ITBP) बटालियन के जवान फूड पॉइजनिंग (food poisoning) का शिकार हो गए। गुरुवार सुबह कैंप में नाश्ते के बाद जवानों को उल्टी-दस्त की शिकायत होने लगी। दोपहर तक 15 जवान पीडि़त हो गए। जवानों की स्थिति बिगड़ती देख आनन -फानन में आईटीबीपी के वाहन से ही जवानों को खैरागढ़ सिविल अस्पताल लाकर शाम को भर्ती कराया गया। जवानों का इलाज शुरू हुआ था। इसी दौरान पांच और जवानों को उल्टी दस्त की शिकायत हो गई। देररात पांच जवानों को भी अस्पताल पहुंचाया गया। सुबह सभी जवानों की स्थिति सामान्य हो गई थी। इसी दौरान शुक्रवार सुबह फिर से पांच जवानों को इलाज के लिए लाया गया। फिलहाल जवानों का इलाज जारी है।
नाश्ते में खाया था आलू पराठा
शुक्रवार को इलाज के बाद सामान्य हुए जवानों ने बताया कि बुधवार रात को बटालियन के मीनू अनुसार चिकन और मटर पनीर की सब्जी खाने में बनी थी। मंगलवार को जवान जंगल से सर्चिंग कर वापस लौटे थे। भोजन के दौरान बटालियन के सभी 80 जवानों ने खाना खाया था। गुरूवार सुबह नाश्ते में जवानों ने आलू पराठा खाया। इसके बाद कुछ जवानों को उल्टी-दस्त के साथ बुखार और कंपकपी लगने की शिकायत होने लगी। पहली खेप में 15 और दूसरी खेप में 6 जवानों को सिविल अस्पताल लाया गया। शुक्रवार को सुबह भी 5 अन्य जवान दिक्कत के बाद अस्पताल पहुंचे।
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इलाज चल रहा है चिंता की बात नहीं: बीएमओ
बीएमओ डॉ. विवेक बिसेन नें बताया कि जवानों को त्वरित इलाज दिया गया रात में सभी सामान्य स्थिति में आ गए। सुबह आए जवानों का भी इलाज जारी है ङ्क्षचता की कोई बात नहीं है। सभी की प्रारंभिक जांच के बाद लगातार निगरानी की जा रही है। फूड पॉइजनिंग की शिकायत वाले आईटीबीपी जवानो में एएसआई, एसआई प्रधान आरक्षक और आरक्षक वर्ग के जवान शामिल है। रात से जारी इलाज के बाद जवानों को राहत मिली है। जवानों ने बताया कि कैम्प में खाना और पानी से फूड पॉइजनिंग होने की आशंका नहीं है। मेंस में रोजाना समय पर खाना तैयार होता है। पानी के लिए आरओ फिल्टर की व्यवस्था है। सब्जी बनाने के दौरान किसी प्रकार की दिक्कत होने की आशंका जवानों ने जताई है। कैम्प में बटालियन के 80 जवानों की तैनाती है। सभी ने एक साथ ही बुधवार रात का खाना खाया था, जिसमें सबसे पहले 15 फिर 6 और दूसरे दिन शुक्रवार सुबह 5 जवानों की तबियत बिगड़ी है। जवानों को उल्टी दस्त के साथ बुखार हरारत की शिकायतें थी।
नक्सल मोर्चे पर डटे ITBP के 26 जवान फूड पॉइजनिंग के शिकार, उल्टी-दस्त से कैंप में मची खलबली, रात में चिकन और सुबह नाश्ते में खाया था आलू पराठा
आईटीबीपी जवानों में फूड पाइजनिंग की जानकारी सामने आने के बाद प्रशासन भी सुबह हरकत में आ गया। कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा ने मलैदा कैंप के जवानों में फूड पाइजनिंग की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग को दिशा निर्देश जारी किए। सिन्हा खुद जवानों की स्वास्थ्य की जानकारी लेते रहे। जानकारी के बाद खैरागढ़ एसडीएम लवकेश धु्रव भी सिविल अस्पताल पहुंचे और जवानों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। बीएमओ विवेक बिसेन से भी चर्चा कर मलैदा कैम्प में स्वास्थ्य विभाग की नई टीम को सभी जवानों की जांच के लिए भेजा।
मलैदा में नक्सल मोर्चे पर तैनात आईटीबीपी बटालियन में लगभग 80 जवानों की तैनाती है। बटालियन के अलावा वहां छग पुलिस और टास्क फोर्स के जवान भी तैनात है। आईटीबीपी बटालियन का खाना वहां मेंस में बनता है। जवानों ने बताया कि खाने और पानी की दिक्कत नहीं है। कैंप में स्वच्छ पानी के लिए आरओं लगाया गया है। गुरूवार सुबह नाश्ते के बाद जवानों की स्थिति बिगडऩे लगी। हालांकि बाकी जवानों को कोई दिक्कत सामने नहीं आई है। डॉ. विवेक बिसेन, बीएमओ, सिविल अस्पताल खैरागढ़ ने बताया कि आईटीबीपी के 26 जवानों को फूड पॉइजनिंग की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम भी बेस कैंप गई है। जहां जवानों की जांच की जा रही है।
कलेक्टर ने ली जानकारी
मुख्यमंत्री के निर्देश पर कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने कांफ्रेंस से वापस आते ही सबसे पहले आज सिविल हॉस्पिटल खैरागढ़ पहुंचकर मलैदा कैम्प के आईटीबीपी व सीएएफ के फूड पॉइजनिंग से पीडि़त 26 जवानों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। कलेक्टर ने जवानों से बातचीत कर उनके स्वास्थ्य की कुशलता के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने वहां उपस्थित बीएमओ एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम को उनके समुचित इलाज की व्यवस्था तथा देखरेख के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जवानों के स्वास्थ्य की लगातार मॉनिटरिंग करते रहे। कलेक्टर ने खाद्य सामग्री स्टोरेज के जांच के निर्देश दिए। गौरतलब है कि तत्काल ईलाज मिलने से जवानों को राहत मिली और सभी जवान खतरे से बाहर हैं। मलैदा कैम्प में स्वास्थ्य विभाग की टीम उपचार के लिए भेजी गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी एवं एसडीएम लवकेश धु्रव ने मलैदा कैम्प पहुंचकर जवानों के स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली। बीएमओ डॉ. विवेक बिसेन ने बताया कि सभी जवानों के ब्लड टेस्ट की रिपोर्ट आ गई है। सभी का स्वास्थ्य ठीक है एवं खतरे से बाहर हैं। 3 जवानों के सैंपल परीक्षण के लिए रायपुर भेजे गए हैं। इस अवसर पर आईटीबीपी के असिस्टेंट कमांडेंट संजय सिंह चौहान, एपीडियोमोलॉजिस्ट प्रेरणा सहगल एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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