ये सोसायटी के किसान है वंचित
मिली जानकारी के अनुसार छुरिया एवं बम्हनी, बंजारी, खोभा, चिरचारी, शिकारीमहका समितियों में सैकड़ों की संख्या में पंजीकृत ऋ णी किसानों का कर्ज माफ हो जाने के बाद भी खरीफ फसल के लिए नगद राशि एवं खाद बीज नहीं मिल पा रहा है। जिससे किसानों को भटकना पड़ रहा है। छुरिया सहित चार समितियों के 3849 किसान खाद-बीज से वंचित बताए जा रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार छुरिया एवं बम्हनी, बंजारी, खोभा, चिरचारी, शिकारीमहका समितियों में सैकड़ों की संख्या में पंजीकृत ऋ णी किसानों का कर्ज माफ हो जाने के बाद भी खरीफ फसल के लिए नगद राशि एवं खाद बीज नहीं मिल पा रहा है। जिससे किसानों को भटकना पड़ रहा है। छुरिया सहित चार समितियों के 3849 किसान खाद-बीज से वंचित बताए जा रहे हैं।
ऑडिट नहीं होने की समस्या
छुरिया सहित चार समितियों में किसानों की पहली सूची का ऑडिट होने से शेष बचे किसानों को इस तरह की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि छुरिया समिति में 1506 ऋण माफी किसानों में से 643 को ही नगद खाद बीज मिल पाया है शेष 863 ऋणी किसानों को आडिट नहीं होने का कारण बताया जा रहा है। इसी तरह शिकारीमहका समिति में 2532 ऋणी किसानों में से 1261, बम्हनी चारभांठा में 1565 ऋणी किसानों में से 535 एवं सड़क चिरचारी समिति में 2339 किसानों में से 1190 किसानों को नगद खाद बीज नहीं मिल पा रहा है।
छुरिया सहित चार समितियों में किसानों की पहली सूची का ऑडिट होने से शेष बचे किसानों को इस तरह की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि छुरिया समिति में 1506 ऋण माफी किसानों में से 643 को ही नगद खाद बीज मिल पाया है शेष 863 ऋणी किसानों को आडिट नहीं होने का कारण बताया जा रहा है। इसी तरह शिकारीमहका समिति में 2532 ऋणी किसानों में से 1261, बम्हनी चारभांठा में 1565 ऋणी किसानों में से 535 एवं सड़क चिरचारी समिति में 2339 किसानों में से 1190 किसानों को नगद खाद बीज नहीं मिल पा रहा है।